Mann Ki Baat 101th Episode: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज मन की बात (Mann Ki Baat) के 101वें एपिसोड को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि इस बार मन की बात (Mann Ki Baat) का ये एपिसोड 2nd सेंचुरी का प्रारंभ है. पिछले महीने हम सभी ने इसकी Special Century को सेलिब्रेट किया है. आप सबकी भागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत है. 100वें एपिसोड के ब्रॉडकास्ट के समय, एक प्रकास से पूरा देश एक सूत्र में बंध गया था. हमारे सफाईकर्मी भाई-बहन हों या फिर अलग-अलग सेक्टर्स के दिग्गज, मन की बात ने सबको एक साथ लाने का काम किया है. आप सभी ने जो आत्मीयता और स्नेह ‘मन की बात’ के लिए दिखाया है, वो अभूतपूर्व है, भावुक कर देने वाला है.


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'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' पर की बात


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब ‘मन की बात’ का प्रसारण हुआ, तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में, अलग-अलग Time zone में, कहीं शाम हो रही थी तो कहीं देर रात थी, इसके बावजूद, बड़ी संख्या में लोगों ने 100वें एपिसोड को सुनने के लिए समय निकाला. एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को ताकत देने वाला ऐसे ही एक और अनूठा प्रयास देश में हुआ है. ये प्रयास है, युवा संगम का.


‘युवासंगम’ एक बेहतरीन पहल


पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में देखने के लिए बहुत कुछ है. इसी को देखते हुए Education Ministry ने ‘युवासंगम’ नाम से एक बेहतरीन पहल की है. इस पहल का उद्देश्य People to People Connect बढ़ाने के साथ ही देश के युवाओं को आपस में घुलने-मिलने का मौका देना है. विभिन्न राज्यों के उच्च शिक्षा संस्थानों को इससे जोड़ा गया है. युवासंगम में युवा दूसरे राज्यों के शहरों और गावों में जाते हैं, उन्हें अलग-अलग तरह के लोगों के साथ मिलने का मौका मिलता है. युवासंगम के First Round में लगभग 1200 युवा, देश के 22 राज्यों का दौरा कर चुके हैं.


प्रधानमंत्री ने किया हिरोशिमा का जिक्र


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे भारत में इतना कुछ जानने और देखने के लिए है कि आपकी उत्सुकता हर बार बढ़ती ही जाएगी. मुझे उम्मीद है कि इन रोमांचक अनुभवों को जानकर आप भी देश के अलग-अलग हिस्सों की यात्रा के लिए जरूर प्रेरित होंगे. कुछ दिन पहले ही मैं जापान में हिरोशिमा में था. वहां मुझे Hiroshima Peace Memorial museum में जाने का अवसर मिला. ये एक भावुक कर देने वाला अनुभव था. जब हम इतिहास की यादों को संजोकर रखते हैं तो वो आने वाली पीढ़ियों की बहुत मदद करता है. कई बार Museum में हमें नए सबक मिलते हैं तो कई बार हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है.


उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही भारत में International Museum Expo का भी आयोजन किया था. इसमें दुनिया के 1200 से अधिक Museums की विशेषताओं को दर्शाया गया. हमारे यहां भारत में अलग-अलग प्रकार के ऐसे कई Museums हैं, जो हमारे अतीत से जुड़े अनेक पहलुओं को प्रदर्शित करते हैं. बीते वर्षों में भी हमने भारत में नए-नए तरह के म्यूजियम और Memorial बनते देखे हैं. स्वाधीनता संग्राम में आदिवासी भाई-बहनों के योगदान को समर्पित 10 नए Museum बनाए जा रहे हैं. कोलकाता के Victoria Memorial में बिप्लोबी भारत Gallery हो या फिर जलियावालां बाग memorial का पुनुरुद्धार, देश के सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों को समर्पित PM Museum भी आज दिल्ली की शोभा बढ़ा रहा है.


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