लखनऊ: कांग्रेस के स्थापना दिवस के मौके पर कांग्रेस ने देशभर में नागरिकता कानून को लेकर प्रदर्शन किया. इस विरोध को नाम दिया गया संविधान बचाओ, भारत बचाओ. राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी देश में नफरत फैला रही है तो प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि सरकार जनता की आवाज़ को दबा रही है. देश को झूठ नहीं सच चाहिए. 


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बीजेपी ने कहा है कि संविधान बचाने के नाम पर देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जिसमें धार्मिक प्रदर्शन के साथ हिंसा भी हो रही है. सवाल ये कि क्या हिंसा और अफवाह को बढ़ावा देना ही संविधान बचाना है. 


वहीं अब इस मामले पर यूपी की पूर्व सीएम मायावती का बयान सामने आया है. मायावती ने प्रियंका गांधी की टिप्पणी का जवाब दिया है. उन्होंने सलाह दी है कि कांग्रेस को दूसरों की चिंता करने के बजाए आत्मचिंतन करना चाहिए. मायावती ने ट्वीट कर कहा, 'कांग्रेस आज अपनी पार्टी के स्थापना दिवस को 'भारत बचाओ, संविधान बचाओ' के रूप में मना रही है. इस मौके पर दूसरों पर चिंता व्यक्त करने के बजाए कांग्रेस स्वयं अपनी स्थिति पर आत्मचिंतन करती तो यह बेहतर होता, जिससे निकलने के लिए उसे अब किस्म-किस्म की नाटकबाजी करनी पड़ रही है."


मायावती ने एक और ट्वीट कर कहा, "भारत बचाओ, संविधान बचाओ' की याद कांग्रेस को तब क्यों नहीं आई जब वह सत्ता में रहकर जनहित की घोर अनदेखी कर रही थी, जिसमें दलितों, पिछड़ों व मुस्लिमों को भी उनका संवैधानिक हक नहीं मिल पा रहा था. जिसके कारण ही आज भाजपा सत्ता में बनी हुई है."


बता दें कि कांग्रेस ने आज पार्टी का 135वां स्थापना दिवस मनाया. इस मौके पर शनिवार को लखनऊ पहुंचीं प्रियंका गांधी ने सपा और बसपा पर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां सरकार से डरकर कुछ नहीं कर रही हैं. लेकिन कांग्रेस को संघर्ष की चुनौती स्वीकार है. 



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