India Defense Exports: भारत के इन हथियारों से दुश्मन खाते हैं खौफ, खरीदने के लिए बेकरार कई देश, लंबी है कतार
India Most Dangerous Weapons: भारत की योजना है कि साल 2024-25 तक अपने डिफेंस एक्सपोर्ट्स को 35000 करोड़ तक ले जाकर तीन गुना किया जाए. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, साल 2022-23 में भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट्स ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए 16000 करोड़ का आंकड़ा छुआ था.
India Defense Exports: एक वक्त था, जब भारत दुनिया के देशों पर हथियारों के लिए निर्भर था. लेकिन अब दौर बदला है. पिछले कुछ वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के तहत दुनिया के कई देशों को भारत ने हथियार सप्लाई किए हैं. भारत की योजना है कि साल 2024-25 तक अपने डिफेंस एक्सपोर्ट्स को 35000 करोड़ तक ले जाकर तीन गुना किया जाए. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, साल 2022-23 में भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट्स ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए 16000 करोड़ का आंकड़ा छुआ था.
मिनिस्ट्री ने पिछले साल कहा था कि हमारे एक्सपोर्ट्स में 2-3 गुना का इजाफा हुआ है. करीब 85 देशों तक भारत के हथियार पहुंच रहे हैं.
मिसाइलें, रॉकेट्स दुनिया को बेचे
पिछले कुछ वर्षों में देखें तो भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट्स तेजी से बढ़ा है. एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने दुनिया के देशों को मिसाइलें, आर्टिलरी गन्स, रॉकेट्स, बख्तरबंद गाड़ियां, पर्सनल प्रोटेक्टिव गियर, रडार, सर्विलांस सिस्टम और अन्य हथियार दिए हैं.
डिफेंस मिनिस्ट्री के मुताबिक, 34 देशों ने भारत से बुलेट प्रूफ जैकेट्स खरीदी हैं, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, जापान, इजरायल और ब्राजील शामिल हैं. करीब 10 देशों ने भारत से गोला-बारूद (5.56 मिमी से 155 मिमी) खरीदे हैं.
अमेरिका-यूके जैसे देशों ने भी खरीदे हथियार
रक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस जैसी महाशक्तियों ने भारत से डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स खरीदे हैं. जबकि भारत ने मॉरीशस, सेशेल्स और मालदीव को फास्ट इंटरसेप्टर नौकाओं का निर्यात किया है.
पिछले साल दिसंबर में भारत की हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने कहा था कि तेजस मल्टीरोल फाइटर जेट खरीदने के लिए उसकी तीन देशों के साथ बातचीत चल रही है. नाइजीरिया के साथ बातचीत शुरुआती चरण में है. साथ ही अर्जेंटीना को 15 और इजिप्ट को 20 तेजस लड़ाकू विमान बेचे जाने की चर्चा जारी है.
तेजस की तो फैन हो गई दुनिया
इसके अलावा फिलीपींस, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया ने भी सिंगल इंजन वाले तेजस को खरीदने में रुचि दिखाई है.
आर्मेनिया भारत से हथियार खरीदने वाले टॉप देशों में शुमार है. उसने भारत से सतह से आकाश में मार करने वाली आकाश मिलाइल खरीदी है. स्पूतनिक न्यूज़ के मुताबिक, भारत ने 2022 में अज़रबैजान के साथ आर्मेनिया के लंबे संघर्ष के बीच एशियाई देश को डिफेंस इक्विपमेंट्स की सप्लाई की थी.
आर्मेनिया खरीदता है सबसे ज्यादा हथियार
आर्मेनिया के साथ भारत की 6000 करोड़ रुपये की डील हुई थी. सितंबर 2022 में भारत ने आर्मेनिया को पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (एमबीआरएल), एंटी-टैंक मिसाइल, रॉकेट और गोला-बारूद समेत कई हथियार निर्यात करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. पिछले अगस्त में आर्मेनिया को भारत के एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (एटीएजीएस) की शुरुआती खेप मिली थी.
साल 2025 को भारत की डिफेंस कंपनी कल्याणी स्ट्रैटजिक सिस्टम्स लिमिटेड 155मिमी की आर्टिलरी गन आर्मेनिया को सप्लाई करेगी. भारत ने वियतनाम और फिलीपींस को आकाश मिसाइल बेचने की पेशकश की है, जबकि इजिप्ट ने भी इसमें रुचि दिखाई है.