नई दिल्लीः कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हाथ साफ रखना बहुत जरूरी है. इसके लिए केंद्र सरकार ने हैंड सैनिटाइजर की कमी को पूरा करने के लिए चावल से सैनिटाइजर बनाने को मंजूरी दे दी है.


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बता दें कि सोमवार को पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय जैव ईंधन समन्वय समिति (NBCC) की मीटिंग में फैसला किया गया कि एफसीआई (FCI) के पास उपलब्ध अतिरिक्त चावल को अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर बनाने और एथनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) के लिए एथनॉल में रूपांतरित किया जाएगा.


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गौरतलब है कि राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति, 2018 के पैरा 5.3 में अन्य बातों के अलावा बताया गया है कि किसी कृषि फसल वर्ष के दौरान, जब कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रत्याशित से अधिक खाद्यान्न आपूर्ति का अनुमान लगाया जाता है तो नीति राष्ट्रीय जैव ईंधन समन्वय समिति के अनुमोदन के आधार पर खाद्यान्न से इस अतिरिक्त मात्रा को एथनॉल बनाने की अनुमति देगी.


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