Harda Factory Blast Update: पहले भी हुए धमाके, सील फैक्ट्री में कैसे चल रहा था काम? हरदा में किसके आगे प्रशासन भी हुआ फेल
Harda Factory Blast Updates: हरदा की अवैध पटाखा फैक्ट्री के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पता चला है कि उस फैक्ट्री में पहले भी विस्फोट हुआ था, जिसके बाद उसे अवैध घोषित करके सील कर दिया गया था.
MP Harda Factory Blast Updates: मध्य प्रदेश के हरदा जिले में अवैध पटाखा फैक्ट्री में भयानक विस्फोट के बाद लगी आग अब तक बुझ नहीं पाई है. उसे कंट्रोल करने के लिए पुलिस- प्रशासन लगातार कोशिशों में जुटा है. हरदा जिले के साथ-साथ आसपास के जिलों से भी फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर लगातार पानी का छिड़काव कर रही हैं. साथ ही घटना में हताहत हुए लोगों को ढूंढने और उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने की कोशिश भी चल रही हैं. प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने इस संकट में मदद करने के लिए प्रदेश की तमाम सरकारी मशीनरी को जुटने का निर्देश दिया है. इसी बीच पता चला है कि उस फैक्ट्री में पहले भी विस्फोट हुआ था, जिसके बाद उसे अवैध घोषित करके सील कर दिया गया था. लेकिन उसके बाद वह दोबारा से खुल गई.
हरदा में 115 एंबुलेंस बचाव कार्य में जुटीं
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बताया है कि अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में घायलों को बेहतर उपचार मुहैया कराने के लिए सरकार ने बड़े फैसले लिए हैं. एक तरफ जहां अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है. वहीं, विभिन्न स्थानों से 115 एंबुलेंस भेजी जा रही है. हरदा में भोपाल से 20 और अन्य ज़िलों से कुल मिलाकर 115 एम्बुलेंस भेजी जा रही है. तीन अतिरिक्त एम्बुलेंस में बर्न संबंधी उपकरण एवं दवाएं भेजी जा रही हैं.
मंत्री ने बताया कि मेडिकल कॉलेज भोपाल और मेडिकल कॉलेज इंदौर से चिकित्सकों की स्पेशल टीम हरदा भेजी गई है. इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज भोपाल में 50 बेड और एम्स भोपाल में 10 बेड दुर्घटना पीड़ित के लिए रिजर्व रखे गए हैं.
आसपास के जिलों से बुलाए जा रहे डॉक्टर
देवास जिले के कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने कहा, 'आज हरदा जिले में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है. इस ब्लास्ट और आग के बाद हताहतों को मदद पहुंचाने के लिए देवास जिले से 6 डॉक्टरों और 10 एंबुलेंस हरदा के लिए रवाना कर दी गई हैं. आग पर काबू पाने के लिए दमकल की गाड़ियां भी भेजी रही हैं. SDRF की टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया है."
नर्मदापुरम मंडल के IG इरशाद वली ने हरदा हादसे पर बताया, "घटनास्थल पर मलबा हटाने का काम चल रहा है. आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है, आसपास के घरों को भी खाली करा लिया गया है. 10 लोगों की मृत्यु हुई है और करीब 150 लोग घायल हैं लेकिन ज्यादातर लोगों को सामान्य चोटें आई हैं. FIR दर्ज हो गई है. NDRF, SDRF और प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद हैं.'
काफी लोग मामूली रूप से हुए थे घायल
हरदा जिले के आईजी इरशाद वली ने बचाव कार्यों की जानकारी देते हुए बताया, सभी मलबे को हटाने के बाद हम ज़्यादा बेहतर स्थिति में होंगे. फैक्ट्री को लाइसेंस के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, लाइसेंस तो थे. 8 में से 3 लाइव लाइसेंस थे. बहुत से लोग मामूली रूप से घायल हुए थे. उन्हें इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है.
पीड़ितों के लिए बनाया गया हेल्प डेस्क
आईजी ने पुलिस की कार्रवाई के बारे बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. उन्होंने उम्मीद जताई कि रात भर में सब क्लियर कर लेंगे. घटना में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. फिलहाल 2 गोदामों पर लगी आग पर काबू पाया जा चुका है. पीड़ितों की मदद के लिए घटना स्थल पर हेल्पडेस्क बनाया गया है.
किसके आदेश पर खोली गई थी सील?
वहीं जिस पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद आग लगी है, उसके बारे में बड़ी जानकारी निकलकर सामने आई है. एसडीएम हरदा के सी परस्ते ने कहा, 3 महीने पहले ही इसको (फैक्ट्री को) सील कर दिया था. इसके बाद कमिश्रर के आदेश के बाद इसको दोबारा खोला गया. फिलहाल मालिक फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
पहले भी हो चुका था विस्फोट
एसडीएम ने बताया, ये सरासर लापरवाही से घटी घटना है. यहां पर पहले भी विस्फोट हुआ था, जिसके बाद इस फैक्ट्री को अवैध घोषित किया गया था. फिलहाल जो विस्फोट के बाद आग लगी है, उसमें अब तक हमने 175 लोगो को रेस्क्यू किया है. वे घायल थे, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. हमारी टीम 2 डेड बाडी को भी निकाला. अब तक 10 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है. साथ ही आसपास के 5-7 घर भी विस्फोट और आग की चपेट में आ गए.
सरकार ने जांच कमेटी का किया गठन
उधर प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश जारी किए हैं. राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग के उप सचिव दिलीप कापसे ने जांच समिति गठित किए जाने के आदेश जारी किए हैं. इसमें कहा गया है कि बैरागढ़ पटाखा फैक्ट्री एवं गोदाम में अग्निकांड के आपदा प्रबंधन की समीक्षा के लिए समिति का गठन किया गया है. समिति का अध्यक्ष मोहम्मद सुलेमान को बनाया गया है. वहीं, अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी, गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे, नगरीय विकास एवं आवास विभाग के नीरज मंडलोई, होमगार्ड के महानिदेशक अरविंद कुमार और आलोक रंजन सदस्य बनाए गए हैं.
(इनपुट प्रमोद)