मंदिर दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को नहीं ले जाएंगे मुस्लिम ड्राइवर? चल रहा है ऐसा अभियान
Temples of Karnataka: मंदिरों और धार्मिक आयोजनों के दौरान मुस्लिमों की दुकानों और व्यापार पर रोक की मांग के बाद, अब मुस्लिम ड्राइवरों का विरोध किया जा रहा है.
नई दिल्ली: हलाल, मंदिरों और धार्मिक मेलों में मुस्लिम व्यापारियों के प्रतिबंध की मांग के बाद, कर्नाटक के हिंदू संगठनों ने अब एक और अभियान शुरू किया है, जिसमें हिंदुओं से कहा गया है कि वे मुस्लिम ड्राइवरों और मुस्लिम स्वामित्व वाली परिवहन कंपनियों का उपयोग न करें, जब वे मंदिर की यात्रा करते हैं.
हिंदुओं से की ये अपील
भरत रक्षा वेदिके के प्रशांत बंगेरा ने शुक्रवार को हिंदुओं से अपील की कि वे मंदिर यात्रा और तीर्थ यात्रा के लिए मुस्लिम ड्राइवरों को अपने साथ न ले जाएं. उन्होंने मुस्लिम परिवहन कंपनियों के स्वामित्व वाले वाहनों का उपयोग नहीं करने का भी आह्वान किया था. उन्होंने आग्रह किया कि सभी हिंदू संगठनों को उनके आह्वान का समर्थन करना चाहिए और इस संबंध में लोगों में जागरूकता लानी चाहिए. श्री राम सेना ने इस आह्वान का समर्थन किया.
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मंत्री से मिलेंगे श्री राम सेना के लोग
इस बीच, श्री राम सेना के संस्थापक प्रमोद मुथालिक ने आग्रह किया है कि मुजराई विभाग को उत्तरी कर्नाटक के बेलगावी जिले में प्रसिद्ध सावदत्ती यल्लम्मा तीर्थस्थल में मुस्लिम व्यापारियों और विक्रेताओं को नोटिस जारी करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर दुकानें खाली नहीं की गईं, तो श्री राम सेना के कार्यकर्ता मुजराई मंत्री शशिकला जोले से मिलेंगे और उन्हें खाली करने की मांग करेंगे.
गैर-हिंदू व्यापारियों से किया आग्रह
प्रमोद मुथालिक ने पहले डिप्टी स्पीकर और बीजेपी विधायक आनंद ममानी से मुलाकात की थी और आग्रह किया था कि गैर-हिंदू व्यापारियों को सावदत्ती येल्लम्मा तीर्थ केंद्र के परिसर से खाली कर दिया जाए. (इनपुट: IANS)
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