नई दिल्ली: लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पिछले 6 महीनों से चल रहे विवाद के बीच एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) आमने-सामने होंगे. पीएम मोदी और जिनपिंग की मुलाकात आज (मंगलवार) ब्रिक्स (BRICS) देशों के शिखर सम्मेलन में होगी.


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इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
ब्रिक्स (BRICS) देशों के शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी और जिनपिंग के अलावा ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो (Jair Bolsonaro) और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) भी शामिल होंगे. इस सम्मेलन में आपसी सहयोग, आतंकवाद, व्यापार, स्वास्थ्य, ऊर्जा के साथ ही कोरोना महामारी के चलते हुए नुकसान की भरपाई के उपायों जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी.


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पिछले हफ्ते भी हुई थी मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग की 8 दिनों के अंदर यह दूसरी मुलाकात है. इससे पहले पिछले सप्‍ताह शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में दोनों शामिल हुए थे और डिजीटल माध्यम से आमना-सामना हुआ था.


क्या है ब्रिक्स और कौन से देश हैं सदस्य
ब्रिक्स (BRICS) को एक प्रभावी संगठन माना जाता है जो विश्व की कुल आबादी के आधे हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है. इसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं. ब्रिक्स देशों का संयुक्त रूप से सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 16.6 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है.


भारत करेगा अगले सम्मेलन की मेजबानी
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'राष्ट्रपति पुतिन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी रूस की मेजबानी में हो रही ब्रिक्स देशों के 12वें शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे.' मंत्रालय ने बताया, 'बैठक में अगले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए भारत को अध्यक्षता सौंपी जाएगी. भारत 2021 में होने वाले 13वें ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. इससे पहले भारत ने 2012 और 2016 में ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की है.'