सुप्रीम कोर्ट में नीट पेपर लीक पर सुनवाई के बीच पेपर लीक पर राहुल-अखिलेश ने ऐसा क्या कहा, संसद में मच गया हंगामा
Neet Paper Leak: नीट पेपर लीक की गूंज संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनाई दे रही है. दूसरी ओर संसद में इस मामले को लेकर बयानबाजी और बवाल बढ़ता जा रहा है. राहुल-अखिलेश सरकार पर तंज कर रहे हैं तो शिक्षा मंत्री विपक्ष पर झूठ बोलने और भ्रम फैलाने का आरोप लगा रहे हैं.
नीट पेपर लीक की गूंज सड़क से लेकर संसद तक सुनाई दे रही है. सुप्रीम कोर्ट में भी वकीलों के दांवपेच जारी है. SC नीट पेपर लीक से जुड़ी 40 से ज्यादा याचिकाओं की सुनवाई कर रहा है. संसद में राहुल गांधी और अखिलेश यादव मोदी सरकार को घेर रहे हैं. राहुल गांधी ने भारतीय परीक्षा प्रणाली को ‘फ्रॉड’ बताया तो शिक्षा मंत्री ने जवाब देने में देर नहीं लगाई. दोनों नेताओं की जोड़ी ने तंज कसते हुए कहा, 'सरकार कुछ करे न करे लेकिन पेपर लीक के मामले में रिकॉर्ड बना देगी.' CJI चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने वकीलों से पूछा कि परीक्षा के सेंटरवार और शहरवार नतीजे घोषित करने से क्या निकल कर सामने आया? इसी सवाल को अखिलेश यादव ने भी लोकसभा में उठाया.
मामले पर संसद में संग्राम जारी
लोकसभा में LOP राहुल गांधी ने कहा, 'देश में लाखों छात्र इस बात से चिंता में हैं कि क्या हो रहा है और उनका मानना है कि भारतीय परीक्षा प्रणाली एक धोखाधड़ी है. लाखों लोग मानते हैं कि अगर आप अमीर हैं और आपके पास पैसा है, तो आप भारतीय परीक्षा पास कर सकते हैं. वहीं सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा, हर परीक्षा का पर्चा लीक हो रहा है. एक ही सेंटर से सैकड़ों लोग पास हो रहे हैं, कुछ सेंटर्स पर तो 2000 से ज्यादा अभ्यर्थी पास हुए हैं. इसमें गलत नहीं दिखता? ऐसे में सरकार फिर से परीक्षा कराने की मांग क्यों ठुकरा रही है.
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शिक्षामंत्री का जवाब भी सुनिए
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘नीट’ से जुड़े मामले पर सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और SC के निर्देश के अनुसार अखिल भारतीय स्तर पर परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए विपक्ष के आरोपों के संदर्भ में प्रधान ने कहा- 'इस बात का कोई सबूत नहीं है कि बीते सात सालों में 70 पेपर लीक हुए. इस बार राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) 4,700 केंद्रों पर हुई थी, लेकिन सिर्फ एक जगह बिहार में गड़बड़ी का मामला सामने आया.'
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने पूरक प्रश्न पूछते हुए दावा किया कि पिछले सात वर्षों में 70 पेपर लीक हुए हैं. इस पर प्रधान ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है.