पेरिस: कोरोना वायरस (Coronavirus) की रफ्तार को रोकने के लिए तरह-तरह से शोध चल रहे हैं. इस बीच फ्रांस में हुई एक स्टडी में यह दावा किया गया है कि निकोटिन (Nicotine) कोरोना से लड़ाई में कारगर साबित हो सकता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, निकोटिन वायरस को कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोकने में मदद करता है. इस स्टडी के सामने आते ही फ्रांस सरकार ने निकोटिन उत्पादों की जमाखोरी रोकने के लिए कुछ फैसले लिए हैं. 


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सरकार को आशंका है कि लोग कोरोना से बचने के लिए निकोटिन वाले उत्पादों को बेवजह स्टोर करेंगे. शुक्रवार से निकोटिन सब्स्टिटूट की बिक्री को सीमित कर दिया गया है. यानी कोई व्यक्ति एक निर्धारित मात्रा से अधिक नहीं खरीद सकेगा. इसके साथ ही निकोटिन की ऑनलाइन बिक्री पर भी रोक लगाई गई है.


सरकार का कहना है कि उसकी पहली प्राथमिकता निकोटिन के अत्यधिक सेवन या दुरूपयोग से होने वाले स्वास्थ्य जोखिम को रोकना है. क्योंकि मीडिया में खबर आने के बाद संभव है कि लोग कोरोना से बचने के लिए भारी मात्रा में निकोटिन लेने लगें. साथ ही यह स्पष्ट किया गया कि धूम्रपान रोकने के लिए चिकित्सा सहायता की आवश्यकता वाले लोगों को निरंतर और उचित आपूर्ति जारी रहेगी.      


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पेरिस के एक अस्पताल के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में कहा है कि देश में 500 कोरोनावायरस रोगियों में से केवल पांच प्रतिशत धूम्रपान करते हैं. इससे पहले इसी तरह के एक अध्ययन में, न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन ने पाया था कि 1,000 चीनी मामलों में से 12.6 प्रतिशत धूम्रपान करने वाले थे, जबकि चीन की 26 प्रतिशत आबादी थी. 


गौरतलब है कि फ्रांस में कोरोना के 159, 495 मामले सामने आये हैं और 21,800 से अधिक लोगों की मौत हुई है. हालांकि, राष्ट्रपति ने संकेत दिए हैं कि लॉकडाउन जैसे कड़े उपायों में अगले महीने से ढील दी जा सकती है.


शोधकर्ताओं के अनुसार, निकोटीन वायरस को कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोकने में मदद करता है. फ्रांसीसी शोधकर्ता अब स्वास्थ्य कर्मचारियों और कोरोना के मरीजों पर निकोटीन टेस्ट करने के लिए सरकारी मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन (Olivier Veran) ने लोगों को चेतावनी दी कि निकोटिन की अत्यधिक मात्र में खरीदारी न करें, क्योंकि देश में हजारों लोग धूम्रपान के चलते अपनी जान देते हैं, लेकिन उन्होंने शोध को ‘दिलचस्प’ बताया है.