केन्द्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को दावा किया कि कभी बीमारू कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश की अब तस्वीर बदल रही है. उन्होंने कहा, ‘‘उप्र समृद्ध और संपन्न होने लगा है. एक समय यह धारणा थी कि यह प्रदेश बीमारू है और आज योगी जी (योगी आदित्यनाथ) के नेतृत्व में उप्र की तस्वीर बदल रही है, विकास हो रहा है.’’


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गडकरी ने कहा, ‘‘कानपुर से लखनऊ तक हम पांच हजार करोड़ का ग्रीन एक्सप्रेस-वे बना रहे हैं, जिसका 25 प्रतिशत काम पूरा हो गया है और 2025 से पहले यह कार्य पूरा हो जाएगा. कानपुर से लखनऊ के बीच की दूरी आधा घंटा हो जाएगी, यह मैं वचन देता हूं.’’


अपने संबोधन में गडकरी ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि योगी आदित्यनाथ ने उप्र के विकास को एक अच्छी दृष्टि दी है. 2004 से मैं इथेनॉल की बात करता था. उप्र के इथेनॉल से केवल गाड़ी नहीं चलेगी बल्कि आने वाले समय में दुनिया के हवाई जहाज भी उप्र के इथेनॉल से उड़ेंगे. किसान अन्नदाता ही नहीं ऊर्जादाता बनेगा.’’


गडकरी ने कहा, ‘‘उप्र आने वाले दिनों में हाइड्रोजन निर्माण क्षेत्र में अग्रसर हो तो ऊर्जा को आयात करने वाला हमारा देश, ऊर्जा को निर्यात करने वाला देश बनेगा. इससे किसान समृद्ध होंगे. युवाओं को रोजगार मिलेगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उद्योग और निवेश के लिए आधारभूत ढांचा अच्‍छा होगा तो उद्योग और निवेश आएगा और जब ये आएंगे तो रोजगार सजृन होगा और रोजगार सजृन होगा तो गरीबी दूर होगी.’’


उप्र समेत राष्ट्रीय स्‍तर की सड़क परियोजनाओं की विस्तार से चर्चा करते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री ने कहा, ‘‘यह जो परिवर्तन हो रहा है वह हमारे देश के आधारभूत ढांचे के लिए बहुत मददगार होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘योगी जी के कहने पर गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक 25 हजार करोड़ का ग्रीन एक्सप्रेस-वे बना रहे हैं. इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट जल्द बन जाएगी और इसके भूमि पूजन के लिए गोरखपुर आऊंगा. गोरखपुर से शामली तक भी एक एक्सप्रेस-वे बनेगा.


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ नितिन गडकरी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की अध्यक्षता में यहां 3300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के दो राष्ट्रीय राजमार्गों का लोकार्पण किया. इन दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं में लखनऊ-सीतापुर खंड के मड़ियांव आईआईएम क्रासिंग पर चार लेन एलिवेटेड कॉरिडोर एवं अलीगढ़-कानपुर खंड के चार लेन चौड़ीकरण का कार्य शामिल है. साथ ही लखनऊ के लिए 475 करोड़ रुपये की 164 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया.