'द केरला स्टोरी' फिल्फ को लेकर मचे बवाल पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, 'बजरंगबली का विरोध करने का अधिकार किसी भी पंथ के लोगों को नहीं है. सबकी अपनी निजि आस्था है. इसी आस्था के आधार पर अपने ईष्ट के प्रति समर्पित रहना चाहिए. अगर कोई हनुमान जी का विरोध कर रहा है तो ये हमारा दुर्भाग्य है कि ऐसे लोग यहां हैं.' 


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धीरेंद्र शास्त्री ने बताया, 'केरल स्टोरी के निर्माता ने दावा किया है कि ये तीन लड़कियों की कहानी है. अगर ये भारत पर फिल्म बनी है तो मैं उसे समर्थन करता हूं. मैं यही कहूंगा कि सत्य का उजागर होना ही चाहिए.'


लव जिहाद पर उन्होंने कहा कि अब हमारी बहन बेटियों को जागना चाहिए. लैंड जिहाद के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्य है कि हमारे और आपके देखते हुए ये हो रहा है. 


उन्होंने कहा, 'मेरी बातों को राजनीतिक विषय बानने की कोशिश की जा रही है लेकिन हम सबके हैं. जो भी हमारे पास आएगा, हम उसके हैं. न तो हम किसी पार्टी के हैं और न ही हम किसी फिक्स एजेंडे के हैं. मैं केवल सनातनी हिंदू भाईयों की एकता की बात करता हूं और ये गुनाह नहीं है. अपने ईष्ट की बात करना गलत नहीं है. अगर कोई उनका विरोध करता है तो उसका भी स्वागत है क्योंकि वो भी हमारे बीच का ही है. हो सकता है वो किसी और मिशन में लगे हों.'


शास्त्री ने कहा, 'पहले के जमाने में व्यक्ति माध्यम होता था और ईश्वर का प्रचार होता था. आज के जमाने में व्यक्ति का प्रचार हो रहा है और ईश्वर माध्यम हो गया है. बजरंग दल पर बैन लगाना या विचारधारा पर बैन लगाना अलग बात है क्योंकि उसमें तरह-तरह के लोग हो सकते हैं लेकिन बजरंगबली के नाम पर बैन नहीं लगा सकते.'


उन्होंने कहा, 'जल्द ही भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाने वाला है. ऐसा होते ही जातिवाद खत्म हो जाएगा. हमारे हिंदू राष्ट्र में किसी भी दूसरे धर्म को घबराने की जरूरत नहीं होगी, देश छोड़कर जाने की जरूरत नहीं होगी.'