Cyclone Sitrang Updates: पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में से छह ने रविवार को अधिकतम अलर्ट जारी किया और सभी संबंधित जिलों, आपदा प्रबंधन अधिकारियों और एजेंसियों से ज्यादा से ज्यादा अलर्ट रहने को कहा. चक्रवात 'सितरंग' के मद्देनजर सोमवार से बुधवार तक भारी बारिश का अनुमान है. राज्य सरकारों ने NDRF से संभावित क्षेत्रों में और जवानों को तैनात करने को कहा है, जहां सोमवार से बुधवार को चक्रवात 'सितरंग' के मद्देनजर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. फिलहाल अधिकतम बारिश 200 मिमी तक रहने का अनुमान है.


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भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को कहा कि दक्षिण असम, पूर्वी मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा में अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश के साथ अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा सोमवार से बुधवार तक होने की संभावना है.


भारी बारिश की संभावना


आईएमडी ने कहा, "त्रिपुरा और मिजोरम में 26 अक्टूबर (बुधवार) तक अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है." असम के तीन दक्षिणी जिलों - कछार, करीमगंज और हैलाकांडी, मिजोरम के सभी 11 जिलों, त्रिपुरा के सभी 8 आठ जिलों और नगालैंड के 16 जिलों में से अधिकांश ने संभावित चक्रवाती परिस्थितियों से निपटने के लिए कई उपाय किए हैं.


आईएमडी के बयान में कहा गया कि पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 20 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और रविवार की सुबह पश्चिम मध्य और इससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी और बंदरगाह के उत्तर-पश्चिम में लगभग 640 किमी पर केंद्रित था.


सीएम ने की समीक्षा


यह 25 अक्टूबर की सुबह तड़के तिनकोना द्वीप और सैंडविच के बीच, बारीसाल के करीब, उत्तर-पूर्वोत्तर से होते हुए बांग्लादेश तट को पार करेगा. अगरतला में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने सभी विभागों, सेना और केंद्रीय अर्ध-सैन्य बलों के साथ सक्रिय समर्थन की मांग करते हुए स्थिति की समीक्षा की.


त्रिपुरा के सूचना और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुशांत चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने अगले एक सप्ताह के लिए सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और 24 अक्टूबर से स्कूल और शैक्षणिक संस्थान तीन दिनों के लिए बंद रहेंगे.


त्रिपुरा सरकार ने 30 सूत्रीय कदम उठाए हैं और कार्रवाई की है. इनमें 25 और 26 अक्टूबर को राज्य भर में वाहनों की आवाजाही के नियम, पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री के साथ पर्याप्त संख्या में राहत सामग्री खोलना, पर्याप्त संख्या में प्रतिक्रिया दल तैयार करना और स्थिति का नियमित मूल्यांकन शामिल है.


(इनपुट-IANS)


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