नई दिल्ली: सरकार के तमाम दावों के बीच आज भी देश का सरकारी सिस्टम कितना सुस्त, लचर और लापरवाह है इसका हालिया उदाहरण मध्य प्रदेश के ग्वालियर में देखने को मिला है. जहां एक एनआरआई महिला को करीब नौ लाख रुपये खर्च करने के बावजूद उसको उसका मैरिज सर्टिफिकेट (Marriage Certificate) नहीं मिला. 


अधिकारियों ने लगवाए चक्कर


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परेशानी का आलम ये है कि अपनी चार महीने की बेटी को साथ लिए ये महिला ग्वालियर के अफसरों की चौखटों के चक्कर काट रही है. इसके बावजूद एक भी अधिकारी उसकी मदद करने को तैयार नहीं है. कनाडा (Canada) की नागरिकता प्राप्त भारतीय मूल की महिला सवा साल से अपना मैरिज सर्टिफिकेट हासिल नहीं कर पाई है. उसके क्षेत्र के तीन-तीन एडीएम बदल गए, लेकिन महिला की समस्या का समाधान नहीं हो सका. 


रो-रो कर सुनाया दुखड़ा


न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक 40 साल की अनुप्रीत कौर ने पिछले साल 26 साल के शेफ नवजोत सिंह रंधावा से गुरुद्वारे में शादी की थी. उनका कहना है कि कनाडा की नागरिक होने की वजह से उन्हें यहां आने के लिए इस बार इमरजेंसी वीजा लेना पड़ा था.


वहीं बीते सोमवार को सिटी कलेक्ट्रेट में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) की बैठक के दौरान इस एनआरआई महिला ने कलेक्ट्रेट में रोते-रोते अपनी परेशानी बताई. पीड़िता केंद्रीय मंत्री सिंधिया की बैठक खत्म होने का इंतजार कर रही थी. तब कहीं जाकर अधिकारियों ने महिला की परेशानी सुनी और जल्द निराकरण का भरोसा दिलाया.


अनदेखी का अजब आलम


जालंधर की रहने वाली अनुप्रीत कौर के पास कनाडा की नागरिकता है. अनुप्रीत ने बताया कि उसकी शादी 7 नवंबर 2020 को ग्वालियर के गोहद चौराहे पर रहने वाले नवजोत सिंह रंधावा से ग्वालियर गुरुद्वारा में हुई थी. दोनों ने लव मैरिज की थी. इसके बाद से ही अनुप्रीत कौर ने मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए ग्वालियर कलेक्ट्रेट में आवेदन कर रखा है. कई मिन्नतें और दस्तावेज देने के बावजूद उसका काम अभी तक नहीं हुआ


नौ की लकड़ी नब्बे खर्च


अनुप्रीत कौर अपना मैरिज सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए अब तक नौ लाख से ज्यादा रुपये खर्च कर चुकी हैं. इसमें कनाडा से ग्वालियर आने-जाने और अन्य खर्चा भी शामिल है. सरकारी नियमो के अनुसार अनुप्रीत ही अपने पति को स्पॉन्सर करेंगी, तब वो कनाडा जा सकेंगे. अभी उनके पति फिलहाल ग्वालियर में रहते हैं. इस मामले को लेकर सिटी कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम का कहना है कि मामला उनकी जानकारी में अभी आया है. वहीं संबंधित अधिकारी को तत्काल मैरिज सर्टिफिकेट बनाने के निर्देश जारी किए हैं.