Nuh Violence Inside Story: हरियाणा के नूंह में कैसे हुई हिंसा और कैसे नफरत की आग में झुलसता रहा पूरा शहर, पढ़ें इनसाइड स्टोरी
Nuh Violence Latest Update: आशंका जताई जा रही है कि नूंह में हिंदू संगठनों की धार्मिक यात्रा के दौरान साजिश के तहत उपद्रव किया गया ताकि पूरे हरियाणा (Haryana) की शांति भंग की जा सके.
Nuh Violence Inside Story: हरियाणा के नूंह में सोमवार को दंगाइयों ने शहर में हिंसक तांडव किया. गोलियां चलाईं, पत्थर फेंके और जगह-जगह आगजनी की. हिंसा में अब तक होमगार्ड के 2 जवानों समेत 3 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 7 पुलिसकर्मी समेत करीब 45 लोग घायल हुए हैं. आशंका जताई जा रही है कि हिंदू संगठनों की धार्मिक यात्रा के दौरान साजिश के तहत उपद्रव किया गया ताकि पूरे हरियाणा की शांति भंग की जा सके. चलिए बताते हैं कि हरियाणा के नूंह में कैसे हुई हिंसा और कैसे नूंह नफरत की आग में झुलसता रहा.
हरियाणा में हिंसा की आग किसने भड़काई?
आसमान छूती आग की लपटें उस साजिश की गवाही दे रही हैं जो हरियाणा के नूंह में रची गई. अमन और शांति के दुश्मनों ने शहर के कई हिस्सों में इसी तरह आग लगाई और जमकर बवाल मचाया. नूंह में हिंदू संगठनों की ब्रजमंडल यात्रा को निशाना बयाना गया. भीड़ की शक्ल में आए उपद्रवी हथियारों से लैस थे. जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक इलाके में हालात बेकाबू हो गए. हर तरफ पथराव और आगजनी से दहशत फैल गई.
धारा 144 लागू, स्कूल-कॉलेज बंद
नूंह में हिंसा का कई शहरों पर असर पड़ा है. साजिश की आशंका को देखते हुए गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. सोशल मीडिया पर भी प्रशासन की नजर है और 2 अगस्त तक इंटरनेट बंद रखने का फैसला किया गया है. इसके साथ ही गुरुग्राम, रेवाड़ी और फरीदाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई है. अभी भी वहां तनाव की स्थिति बनी हुई है और पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की गई है.
दंगाइयों का मास्टर माइंड कौन?
ब्रजमंडल यात्रा नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की तरफ रवाना हुई थी. इसी दौरान उपद्रवियों ने हमला कर दिया और हिंसा भड़क उठी. शांतिपूर्वक जा रहे ब्रजमंडल यात्रा पर पथराव शुरू हो गया और हमलावरों गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. हिंसक भीड़ ने सड़कों पर तांडव मचाया, छतों से गलियों से लगातार पत्थर फेंके गए और पुलिस पर भी हमला किया गया. शहर के अलग-अलग हिस्सों में लगी आग ने शासन-प्रशासन के भी हाथ पांव फुला दिए. जगह-जगह तोड़फोड़ और फायरिंग से खतरा लगातार बढ़ता ही चला गया.
नूंह को जिस तरह हिंसा की आग में झोंका गया, उससे साफ है कि दंगाई पहले से ही प्लान बनाकर बैठे थे. ऐसे में सवाल इस बात को लेकर है कि क्या पुलिस के पास कोई इनपुट नहीं था? क्या इंटेलीजेंस पूरी तरह फेल हो गया? LIU यानी लोकल इंटेलिजेंस यूनिट क्या कर रही थी? क्या ब्रजमंडल यात्रा को लेकर सुरक्षा के आधे अधूरे इंतजाम थे?
नूंह के हालात से निपटने में पुलिस जुटी थी तभी सोहना में भी उपद्रव हो गया. बाईपास पर भारी हंगामा हुआ उपद्रवियों ने गाड़ियों में तोड़फोड़ की और आग भी लगी दी. पुलिस लोगों को समझाती रही, लेकिन हिंसक भीड़ उग्र होती चली गई. शहर-शहर भड़की इस हिंसा के बाद डर और दशहत का माहौल है. सबसे बड़ा सवाल ये है कि हरियाणा में हिंसा किसके इशारे पर भड़काई गई? आखिर भीड़ को आगे करने की साजिश किसने रची?
सीएम खट्टर ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्ट्रर (Manohar Lal Khattar) ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और प्रदेश की जनता से की शांति बनाए रखने की अपील की है. इसके साथ ही सीएम खट्टर ने उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा, 'आज की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, मैं सभी लोगों से प्रदेश में शांति बनाए रखने की अपील करता हूं. दोषी लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.'