Haryana Latest News: हरियाणा के नूंह और आसपास के जिलों में सोशल मीडिया पर कथित भड़काऊ पोस्ट करने पर पुलिस ने सुदर्शन न्यूज के एक संपादक को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि टीवी चैनल के स्थानीय संपादक मुकेश कुमार को गुरुग्राम साइबर थाना पूर्वी पुलिस ने अरेस्ट किया. टीवी चैनल ने अपने स्थानीय संपादक मुकेश कुमार की गिरफ्तारी को मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया. चैनल ने शुरू में आरोप लगाया था कि कुछ गुंडों ने उनका अपहरण किया गया था. बाद में सच्चाई पता चलने पर चैनल ने इसे पुलिस (Gurugram Police) की मनमानी कार्रवाई बताया. 


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नूंह में 31 जुलाई को हुई थी हिंसा


बता दें कि 31 जुलाई को नूंह (Nuh Violence Latest News) में विश्व हिंदू परिषद की जलाभिषेक यात्रा पर हमले और इसके बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा में 6लोग मारे गए थे. पुलिस के मुताबिक मुकेश कुमार ने ट्वीट कर आरोप लगाया था कि एक विदेशी मीडिया हाउस की ओर से गुरुग्राम पुलिस आयुक्त को फोन करके सांप्रदायिक दंगों को लेकर हिंदुओं के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बनाया जा रहा है. 


8 अगस्त को ट्वीट करने का आरोप


पुलिस के अनुसार मुकेश कुमार ने 8 अगस्त को ट्वीट कर कहा था,‘अल जजीरा समाचार चैनल गुरुग्राम की पुलिस आयुक्त को कॉल कर उन पर हिंदुओं (Nuh Violence Latest News) के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बना रहा है. इस दबाव के बाद कहीं से भी हिंदू कार्यकर्ताओं को उठाया जा रहा है.’


गुरुग्राम पुलिस ने की अरेस्टिंग


इस मुद्दे पर गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर मुकेश कुमार की पोस्ट को आधारहीन, झूठा और भ्रामक बताया. इसने कहा कि साइबर अपराध थाने (Gurugram Police) में पत्रकार के खिलाफ आईटी अधिनियम की संबंधित धारा और अन्य धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसके बाद उन्हें शुक्रवार देर शाम अरेस्ट कर लिया है. 


चैनल ने की कार्रवाई की आलोचना


गुरुग्राम के एसीपी (क्राइम) वरुण दहिया (Gurugram Police) ने शुक्रवार को कहा कि मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया. अपने एडिटर की गिरफ्तारी पर सुदर्शन न्यूज (Sudarshan News Channel) ने पहले ट्वीट कर दावा किया था कि उनका गुंडों ने अपहरण कर लिया है. 


चैनल ने दावा किया कि वह संघर्षरत हिंदू कार्यकर्ताओं की मदद के लिए मेवात गए थे. लेकिन गुरुग्राम के सेक्टर-17 में ‘‘गुंडों’’ ने उनका अपहरण कर लिया. बाद में सच्चाई पता चलने पर चैनल ने एक और बयान जारी कर कहा कि गिरफ्तारी की सूचना देने में गुरुग्राम पुलिस को सात घंटे क्यों लग गए. चैनल ने गिरफ्तारी को पूरी तरह गलत करार दिया. 


(एजेंसी भाषा)