Odisha Train Accident: ओडिशा ट्रेन हादसे के पीड़ितों की आंखों देखी, `अचानक जोर का झटका लगा, देखा तो पलटी बोगी में बिखरे पड़े थे कई अंग`
Survivors of the Train Accident: ओडिशा ट्रेन हादसे में बचे लोगों की ओर से घटना के बारे में दिल दहला देने वाली कहानियां सामने आ रही हैं. लोग अपनों को खोकर बेसुध और अवाक हैं और समझ नहीं पा रहे हैं कि अचानक यह सब क्या हो गया.
Statement of Survivors of the Accident: ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे में हताहतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. कई वर्षों के बाद हुई भयानक ट्रेन दुर्घटा से पूरा देश गमगीन है. हादसे में फंसे पीड़ितों को निकालने के लिए विभिन्न एजेंसियों का बचाव अभियान अब भी जारी है. इसी बीच घटना के प्रत्यक्षदर्शियों की कई दर्दनाक कहानियां निकलकर सामने आ रही हैं. जिन्हें सुनकर हर कोई कांप उठेगा.
'किसी का सिर नहीं था तो किसी के कट चुके थे हाथ-पैर'
कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन से चेन्नई जा रहे एक यात्री (Odisha Train Accident) ने बताया, 'हम लोग S5 बोगी में सवार थे. घटना के समय मैं अपनी सीट पर सोया हुया था. अचानक जोर का झटका लगा और बोगी पलट गई. बाद में मैने देखा कि किसी का सिर नहीं था तो किसी का हाथ या पैर कट चुका था. हमारी सीट के नीचे एक 2 साल का बच्चा था, जो सुरक्षित बच गया. बाद में हमने उसके परिवार वालों को बचाया.'
'बोगी पलटते ही मेरे ऊपर गिरे 10-15 लोग'
वहीं एक यात्री ने बताया, 'थके होने की वजह से मेरी आंख लग गई थी. जब ट्रेन का एक्सिडेंट (Odisha Train Accident) हुआ तो मेरी वाली बोगी पलट गई. इसके चलते अचानक मेरी आंख खुल गई. उस वक्त तक 10-15 लोग मेरे ऊपर गिर चुके थे. मैं उनके नीचे दब गया था. मेरी गर्दन और हाथों में चोट आई थी. किसी तरह हम बोगी से बाहर निकले तो नजारा देखकर दहल गए. किसी यात्री का पैर कटकर अलग हो चुका था तो किसी का चेहरा पूरी तरह बिगड़ चुका था. किसी का हाथ बाजू से अलग हो चुका था.'
'साथ बैठे यात्री थोड़ी बाद बन लाश'
ट्रेन में फंसे एक यात्री ने बताया कि घटना में उनका परिवार बाल-बाल बच गया. बोगी पलटने की वजह से कई लोग उनके ऊपर (Odisha Train Accident) आकर गिर गए थे, जिससे हल्की चोट तो आई लेकिन किसी की जान नहीं गई. हालांकि बोगी में सवार बाकी लोग इतने भाग्यशाली नहीं रहे. उनमें से कईयों के परिवार वाले उनकी आंखों के सामने ही दम तोड़ गए. थोड़ी देर पहले तक जो यात्री साथ में सफर कर रहे थे, वे अब लाश के रूप में सामने पड़े थे.
ओडिशा सरकार ने चालू किए कंट्रोल रूम
ओडिशा सरकार ने बचाव कार्य (Odisha Train Accident) के लिए विभिन्न जिलों में इमरजेंसी कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं. इन सेंटर पर दिन-रात अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. कोई भी व्यक्ति इन नंबरों पर संपर्क कर हताहतों के बारे में जानकारी हासिल कर सकता है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने घटना पर जताया दुख
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना (Odisha Train Accident) पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट करके कहा, 'ओडिशा के बालासोर में हुआ रेल हादसा बहुत पीड़ादायक है. NDRF की टीम दुर्घटनास्थल पर बचाव अभियान चला रही है. बाकी टीमें भी अभियान में शामिल होने के लिए पहुंच रही हैं. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.'