Jammu Kashmir: केंद्र शासित राज्य जम्मू-कश्मीर की बागडोर संभालते ही मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दिल जीत लेने वाला कदम उठाया है. सीएम बनते ही उन्होंने डीजीपी को निर्देश दिया कि उनकी आवा-जाही पर किसी "ग्रीन कॉरिडोर" या यातायात को रोकने की कोई जरूरत नहीं है. वे नहीं चाहते कि उनकी या उनके काफिले की वजह से आम नागरिकों को दिक्कत का सामना करना पड़े.


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उमर ने डीजीपी को दिया निर्देश


शपथ ग्रहण समारोह के कुछ ही घंटों बाद जम्मू कश्मीर केंद्र शासित राज्य के पहले निर्वाचित मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपना पहला आदेश पारित किया. उमर ने एक्स पर लिखा 'मैंने डीजी @JmuKmrPolice से बात की है कि मेरे सड़क मार्ग से कहीं भी जाने पर कोई 'ग्रीन कॉरिडोर' या यातायात रोक नहीं होनी चाहिए.' 


सायरन का इस्तेमाल कम से कम किया जाए


उन्होंने आगे लिखा कि मैंने उन्हें (डीजीपी) निर्देश दिया है कि लोगों को होने वाली असुविधा को कम से कम किया जाए और सायरन का इस्तेमाल कम से कम किया जाए. किसी भी तरह की छड़ी लहराने या आक्रामक हाव-भाव का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं किया जाना चाहिए. 


सहयोगियों से भी यही उम्मीद


इतना ही नहीं उमर अब्दुल्ला ने अपने सहयोगियों से भी यही उम्मीद की. उन्होंने एक्स पर लिखा कि मैं अपने कैबिनेट सहयोगियों से भी यही उदाहरण अपनाने के लिए कह रहा हूं. हर चीज में हमारा आचरण लोगों के अनुकूल होना चाहिए. हम यहां लोगों की सेवा करने के लिए हैं, उन्हें असुविधा पहुंचाने के लिए नहीं.


उमर अब्दुल्ला ने ली सीएम पद की शपथ


उमर ने अपने 5 अन्य सहयोगियों के साथ शपथ ली. जिन्होंने बुधवार को एसकेआईसीसी (शेर कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र) में आयोजित एक भव्य समारोह में उपमुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. उमर ने जम्मू और कश्मीर के बीच समानता बनाए रखने की कोशिश की है. हालांकि उन्हें जम्मू से बहुत कम जनादेश मिला था. जम्मू से मुख्यमंत्री और दो कैबिनेट मंत्री और कश्मीर से मुख्यमंत्री और दो कैबिनेट मंत्री लिए गए.


शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे इंडिया ब्लॉक के दिग्गज नेता


इस समारोह में इंडिया ब्लॉक के दिग्गज नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अखिलेश यादव, डी राजा और कई अन्य लोग शामिल हुए. यह झारखंड और महाराष्ट्र चुनावों से पहले इंडिया ब्लॉक द्वारा एकता का प्रदर्शन भी था.