केरल में तिरूवनंतपुरम-मंगलोर एक्सप्रेस ट्रेन के 12 डिब्बे पटरी से उतरे, कोई हताहत नहीं
तिरूवनंतपुरम-मंगलोर एक्सप्रेस के 12 डिब्बे देर रात यहां से करीब 45 किमी दूर करूकुट्टी स्टेशन के पास पटरी से उतर गए। दक्षिण रेलवे के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
कोच्चि: तिरूवनंतपुरम-मंगलोर एक्सप्रेस के 12 डिब्बे देर रात यहां से करीब 45 किमी दूर करूकुट्टी स्टेशन के पास पटरी से उतर गए। दक्षिण रेलवे के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
उन्होंने बताया कि यह घटना देर रात करीब दो बजकर 30 मिनट पर हुई जब 16347 एक्सप्रेस ट्रेन के 12 डिब्बे एर्नाकुलम जिले में अलुवा और कराकुट्टी स्टेशनों के बीच पटरी से उतर गये। यह ट्रेन कल रात आठ बजकर 40 मिनट पर तिरूवनंतपुरम से रवाना हुई थी। इस घटना के बाद परेशान यात्रियों को कोच्चि और त्रिशूर पहुंचाने के लिए बसों और लोकल ट्रेनों का इंतजाम किया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि तिरूवनंतपुरम-मंगलोर एक्सप्रेस के 12 डिब्बों के पटरी से उतरने के बाद इस मार्ग की दोनों लाइनों पर ट्रेन यातायात करीब दस घंटे तक बाधित रह सकता है क्योंकि क्षतिग्रस्त हुई पटरियों की पूरी मरम्मत की जानी है। केरल के बड़े स्टेशनों को जोड़ने वाली कुछ लोकल ट्रेनें इस घटना के कारण रद्द कर दी गई हैं।
दक्षिण रेलवे ने बताया कि तिरूवनंतपुरम से मिली एक खबर के अनुसार, इस मार्ग से होकर गुजरने वाली लंबी दूरी की पांच ट्रेनें त्रिवेन्द्रम-मुंबई, कन्याकुमारी-बेंगलूर, अलपुझा-धनबाद, त्रिवेन्द्रम-गोरखपुर राप्तीसागर, त्रिवेन्द्रम-हैदराबाद साबरी एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तित कर तिरूनेलवेली-इरोड मार्ग कर दिया गया है। इसने बताया कि गुरूवयूर-त्रिवेन्द्रम इंटरसिटी और इसकी जोड़ी ट्रेन, एर्नाकुलम-कन्नूर एक्सप्रेस, 29 अगस्त को जाने वाली अलपुझा-कन्नूर एक्सप्रेस तथा 30 अगस्त को जाने वाली 16305 कन्नूर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है। कुछ अन्य ट्रेनों को भी आंशिक रूप से रद्द की गयी हैं।
तिरूवनंतपुरम से जन शताब्दी एक्सप्रेस और वेनाड एक्सप्रसे अपनी आगे की यात्रा एर्नाकुलम में संपन्न करेंगी। तिरूवनंतपुरम-मंगलोर एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरियों से उतरने के बाद उसके यात्रियों को कुछ ही देर में बसों के जरिये उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई। इन यात्रियों के लिए कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) से 11 बसें बुलाई गई थीं।