इंफाल : मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला चानू ने मंगलवार को एक राजनीतिक दल का गठन किया। उन्होंने सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफ्स्पा) को हटाने की मांग करते हुए अगस्त महीने में अपने 16 साल से चल रहे अनशन को समाप्त किया।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शर्मिला ने कहा कि वह अगले साल विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह के विधानसभा क्षेत्र थौबल में उनसे मुकाबला करेंगीं यहां जॉनस्टोन हायर सैकंडरी स्कूल में इरोम शर्मिला की पार्टी ‘पीपुल्स रिसजेर्ंस एंड जस्टिस अलायंस’ के नाम की घोषणा की गयी।


शर्मिला ने जिस दिन अपना अनशन समाप्त किया था, उसी दिन उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए राजनीतिक दल गठित करने की इच्छा जताई थी। मीडिया से बातचीत में 44 साल की शर्मिला ने सक्रिय राजनीति में प्रवेश करने के अपने सफर में जनता का सहयोग मांगा।


बाद में उन्होंने मणिुपर प्रेस क्लब में कहा कि वह थौबल से और खुरई विधानसभा क्षेत्रों दोनों जगहों से चुनाव लड़ेंगी।


शर्मिला ने पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी और विधानसभा चुनाव लड़ने की रणनीति तय करने के बारे में सलाह लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की भी इच्छा जताई थी।


उन्होंने पहले कहा था कि चुनाव लड़ने का उनका एकमात्र मकसद मणिपुर से आफ्स्पा हटाना है।