एंड्रॉयड ऐप चुरा रहे हैं आपका पर्सनल डाटा!
ताजा रिपोर्ट्स में सामने आया है कि 4,000 से अधिक एंड्रॉयड ऐप एंड्रायड ``यूजर`` का डाटा चुरा रहे हैं.
नई दिल्ली: ताजा रिपोर्ट्स में सामने आया है कि 4,000 से अधिक एंड्रॉयड ऐप एंड्रायड ''यूजर'' का डाटा चुरा रहे हैं. कंपेरिटेक के साथ साझेदारी में सिक्योरिटी डिस्कवरी की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि एंड्रायड मोबाइल एप्लीकेशन जो गूगल के क्लाउड-होस्टेड फायरबेस डेटाबेस का उपयोग करते हैं वो अपने ईमेल एड्रेस, यूजर नेम, पासवर्ड, फोन नंबर, पूरा नाम, चैट मैसेज और लोकेशन डाटा सहित निजी जानकारी जाने-अनजाने में लीक कर रहे हैं.
कुल 15,735 एंड्रॉयड ऐप की टेस्टिंग के बाद चौंकाने वाले सच सामने आए हैं और यह Google Play स्टोर पर सभी ऐप के लगभग 18 % एप्लीकेशन के साथ हो रहा है.
रिपोर्ट्स में साफ किया गया कि यूजर डाटा स्टोर करने के लिए गूगल फायरबेस का उपयोग करने वाले 4.8 प्रतिशत मोबाइल ऐप सेफ नहीं होते हैं, क्योंकि इसमें किसी भी यूजर की निजी जानकारी, एक्सेस टोकन और पासवर्ड पता लगाया जा सकता है.
आपको बता दें कि इसी तरह का डाटा बाजारों में बेचा जाता है. कोई भी हैकर इस जानकारी से आपके फोन तक पहुंच सकता है.
2014 में गूगल का लाया गया, फायरबेस एक लोकप्रिय मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म है, जो थर्ड पार्टी के ऐप डेवलपर्स को ऐप बनाने, सुरक्षित रूप से ऐप डाटा और फाइलों को स्टोर करने, मुद्दों को ठीक करने और यहां तक कि ऐप मैसेजिंग के माध्यम से उपयोगकर्ताओं के साथ जुड़ने में मदद करने के लिए कई प्रकार के उपकरण प्रदान करता है.
इसमें संभावनाएं हैं कि एंड्रॉयड यूजर की गोपनीयता को कम से कम एक ऐप द्वारा समझौता किया गया है.
ये भी पढ़ें: कर्मचारियों के लिए Alert! ऑफिशियल ई-मेल से भी खाली हो सकता है आपका बैंक खाता
यह देखते हुए कि फायरबेस एक क्रॉस-प्लेटफॉर्म टूल है, शोधकर्ताओं ने यह भी चेतावनी दी कि मिसकॉन्फ़िगरेशन का असर आईओएस और वेब ऐप पर भी पड़ सकता है.
4,282 ऐप्स में फैले डेटाबेस में क्या लगा दांव पर -
ईमेल एड्रेस: 7,000,000+
उपयोगकर्ता नाम: 4,400,000+
पासवर्ड: 1,000,000+
फोन नंबर: 5,300,000+
पूरा नाम: 18,300,000+
चैट संदेश: 6,800,000+
GPS डेटा: 6,200,000+
आईपी एड्रेस: 156,000+
सड़क का पता: 560,000+
सार्वजनिक रूप से उजागर डेटाबेस वाले 155,066 ऐप के अलावा, शोधकर्ताओं ने 9,014 ऐप को राईट परमिशन की अनुमति के साथ पाया जो संभावित रूप से एक हैकर को डाटा को इंजेक्ट करने और डेटाबेस को चोरी करने और यहां तक कि मैलवेयर फैलाने का रास्ता दिखता है. इस मामले में यह भी सामने आया कि बिंग जैसे सर्च इंजन फायरबेस डेटाबेस को खतरनाक दिखाते हैं, जबकि Google सर्च कोई परिणाम नहीं देता है. 22 अप्रैल को Google द्वारा इसके बारे में सूचित किए जाने के बाद, साफ किया गया है इसको सही करने के लिए अपडेट डेवलपर्स तक पहुंचा रहा है.
ज़ी न्यूज़ भी डिजिटल वर्ल्ड के हर खतरे से बचने के लिए आपको जागरूक करता आया है और यहां भी ऐप डेवलपर डाटा सुरक्षित करने और अनधिकृत पहुंच को रोकने के लिए फायरबेस डेटाबेस नियमों का पालन करना आपके लिए जरूरी है. यूजर केवल विश्वसनीय ऐप्स से जुड़े रहने की कोशिश करें.