कर्मचारियों के लिए Alert! ऑफिशियल ई-मेल से भी खाली हो सकता है आपका बैंक खाता
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कर्मचारियों के लिए Alert! ऑफिशियल ई-मेल से भी खाली हो सकता है आपका बैंक खाता

कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से अब ज्यादातर लोग घरों से काम कर रहे हैं. ऐसे में कंपनियों की तरफ से मिलने वाले ई-मेल की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है.

फाइल फोटो

नई दिल्लीः कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से अब ज्यादातर लोग घरों से काम कर रहे हैं. ऐसे में कंपनियों की तरफ से मिलने वाले ई-मेल की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. कंपनियां भी अपने कर्मचारियों को कई सारी पॉलिसी और बदलाव की जानकारी मेल के जरिए दे रही हैं. ऐसे में अब हैकर्स का ध्यान कर्मचारियों के ऑफिशियल मेल आईडी पर भी पड़ गया है. ऐसे में वो खुद ही कंपनी के मेल अकाउंट को हैक करके कर्मचारियों को मेल भेज रहे हैं. 

  1. कंपनियों की तरफ से मिलने वाले ई-मेल की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है.
  2.  हैकर्स का ध्यान कर्मचारियों के ऑफिशियल मेल आईडी पर भी पड़ गया है. 
  3. साइबर अपराधी फिलहाल कर्मचारियों को फर्जी ईमेल भेजकर उनका शोषण कर रहे हैं.

इस कंपनी ने किया आगाह
एक ब्लॉग में नोर्टनलाइफलॉक ने इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि साइबर अपराधी फिलहाल कोरोना वायरस के चलते कर्मचारियों को फर्जी ईमेल भेजकर उनका शोषण कर रहे हैं. इन ईमेल को देखकर ऐसा लगता है कि यह कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने भेजा है, लेकिन ऐसा नहीं है.  ईमेल में एक लिंक दिया जाता है, जिसमें बोला जाता है कि यह नई पॉलिसी का लिंक है, लेकिन अगर आपने लिंक को क्लिक किया तो इससे लैपटॉप पर एक मॉलवेयर डाउनलोड हो जाएगा. इसलिए ऐसे किसी भी लिंक को क्लिक करने से पहले अपने मैनेजर या फिर एचआर को रिपोर्ट जरूर करें.

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क्लिक करने से यह होगा नुकसान
अगर कर्मचारी ने धोखे से ऐसे लिंक को क्लिक किया तो फिर साइबर अपराधियों के पास आपके लैपटॉप का सारा कंट्रोल चला जाएगा. वो आपके कंप्यूटर पर मौजूद सभी संवेदनशील बिजनेस जानकारियों और वित्तीय डाटा को निकाल सकते है. 

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गूगल ने भी किया था आगाह
गूगल ने पिछले महीने इस तरह के खतरे को लेकर के आगाह किया था. गूगल ने कहा था कि ऐसे फर्जीवाड़े ईमेल के जरिए आते हैं. ऐसे में यूजर्स को चाहिए कि वो अपने घर का पता या फिर बैंक डिटेल्स किसी के साथ शेयर न करें। ईमेल भेजने वाली वेबसाइट के यूआरएल को चेक करें ताकि किसी तरह का संदेह होने पर उसके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई जा सके.

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