नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके से गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद अशरफ (Mohammad Ashraf) भारत में 17 वर्षों से रह रहा था. शुरुआती पूछताछ में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अशरफ से पूछताछ कर जानकारियां जुटाने में लगी हुई है. 


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दिल्ली पुलिस का कहना है कि पाकिस्तानी नागरिक अशरफ ने अब तक किन-किन आतंकवादियों को अंजाम दिया है, इसकी जांच हो रही है. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह भारत में रहकर किन-किन लोगों की मदद ले रहा था. अब तक की पूछताछ से पता चला रहा है कि यह आतंकवाद से जुड़ी कई तरह की वारदातों को अंजाम दिया है. वह स्लीपर सेल से लेकर आतंकी वारदातों में सक्रिय भूमिका तक निभा चुका है.


आतंकी मोहम्मद अशरफ ने अब तक की पूछताछ में किए ये 5 बड़े खुलासे 


खुलासा नंबर 1
साल 2009 में जम्मू में बस स्टैंड पर ब्लास्ट किया था. इस हमले में 3-4 लोगों की मौत हो गई थी. उसने ये हमला ISI के अफसर नासिर के कहने पर किया था. 


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खुलासा नंबर 2
आतंकी अशरफ ने बताया कि साल 2011 में दिल्ली हाई कोर्ट ब्लास्ट की रेकी उसने ही की थी. धमाका करने के लिए 2 पाकिस्तानी आए थे जिनमें से एक का नाम गुलाम सरवर था. 


खुलासा नंबर 3
अशरफ ने जम्मू-कश्मीर में 5 आर्मी जवानों की बेरहमी से हत्या की बात कबूल की है. पुलिस इसे वेरिफाई कर रही है. 


खुलासा नंबर 4
ISI के अफसर नासिर के कहने पर कई बार जम्मू-कश्मीर में हथियार सप्लाई करने गया था. 


खुलासा नंबर 5
ISI अफसर से बात हमेशा ईमेल के जरिए होती थी. ईमेल के ड्राफ्ट में मेसेज छोड़ा जाता था. 


10 साल से भारत में था पाकिस्तानी आतंकी


दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोहम्मद अशरफ का कच्चा चिट्ठा खोलकर रख दिया. उन्होंने अशरफ को लेकर बड़ी जानकारियां साझा की हैं. उन्होंने बताया कि शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि वो पिछले 10 से भी ज्यादा वर्षों से भारत में रहकर आतंकियों की स्लिपर सेल की तरह काम कर रहा था.


उन्होंने बताया, 'अशरफ एक दशक से भी ज्यादा वक्त से दिल्ली में रह रहा था. वो यहां एक भारतीय के रूप में रह रहा था. उसने अहमद नूरी के फर्जी नाम से कई तरह के पहचान पत्र बना लिए हैं.' पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आतंकी ने कबूल किया है कि वो अतीत में जम्मू-कश्मीर और देश के अन्य इलाकों में कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है.