Budget Session 2024: बजट सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कांग्रेस और पूरे विपक्ष को सुना दिया. संसद में होने वाले हंगामे पर बरसते हुए पीएम ने कहा कि पिछले सत्र में ढाई घंटे तक प्रधानमंत्री का गला घोंटने का प्रयास हुआ. बोलने से रोकने की कोशिश की गई. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें (विपक्षी सदस्यों को) इसका पछतावा भी नहीं है. अब कांग्रेस के भीतर से जो संकेत मिल रहे हैं उसके तहत मुख्य विपक्षी दल अपने तेवर नरम करने नहीं जा रहा है. 


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जी हां, कांग्रेस के रणनीतिक समूह ने सोमवार शाम एक महत्वपूर्ण बैठक कर सरकार को नए सिरे से घेरने की तैयारी कर ली है. इस बैठक में तय किया गया कि संसद के मॉनसून सत्र में मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘NEET-UG' में कथित अनियमितता, किसानों की समस्याओं और ‘अग्निपथ’ योजना से जुड़े मुद्दे उठाए जाएंगे. 



कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस सत्र में मणिपुर की स्थिति और जम्मू-कश्मीर में हुए हालिया आतंकी हमलों को लेकर भी सरकार से जवाब मांगेगी. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर मंगलवार शाम ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक हो सकती है, जिसमें संसद के वर्तमान सत्र के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी. 


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सोनिया गांधी के आवास पर हुई पार्टी के रणनीतिक समूह की बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी महासचिव जयराम रमेश, राज्यसभा में पार्टी के उप नेता प्रमोद तिवारी आदि शामिल हुए. 


बैठक के बाद प्रमोद तिवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस संसद में ‘नीट’ पर चर्चा चाहती है. उन्होंने कहा, ‘हम कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में भी इसे रखेंगे.’ तिवारी ने कहा कि इस सत्र में कांग्रेस किसानों से जुड़े मुद्दे, ‘नीट’ और ‘अग्निपथ’ के मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी. बजट के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘हम चाहेंगे कि किसानों का भला हो, महंगाई पर नियंत्रण हो, सरकारी कर्मचारियों को आयकर सीमा में छूट दी जाए और महिलाओं के लिए बात हो.’ 


तिवारी ने कहा कि हम किसानों, अग्निवीर और नीट का मुद्दा जोरशोर से उठाएंगे. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जनता से जुड़े, देश की समस्याओं पर सदन में चर्चा हो. 


पीएम ने सुबह क्या कहा


पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार सुबह विपक्ष पर ‘नकारात्मक राजनीति’ करने और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए संसद का ‘दुरुपयोग’ करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि संसद किसी दल के लिए नहीं बल्कि देश के लिए है. 


बाद में आर्थिक सर्वे पेश होने के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से पेश आर्थिक समीक्षा में सब ठीक है वाली ‘गुलाबी तस्वीर’ पेश करने का प्रयास किया गया है, जबकि देश की आर्थिक स्थिति निराशाजनक है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि उम्मीद है कि मंगलवार को पेश होने वाला बजट देश की वास्तविकताओं के अनुरूप होगा. बजट से पहले सरकार की ओर से पेश आर्थिक समीक्षा में चालू वित्त वर्ष में वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6.5 से 7.0 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है.