संसद के हंगामेदार बजट सत्र के अंतिम दिन भी विपक्ष अडानी मामले की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की जांच की अपनी मांग पर अड़ा रहा. विपक्षी सांसदों की नारेबाजी और वेल में तख्तियां लेकर पहुंचने के बाद लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. कार्यवाही के स्थगित होने के बाद कांग्रेस सहित 13 विपक्षी दलों ने स्पीकर की पारंपरिक चाय पर होने वाली बैठक का भी बहिष्कार कर दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन जेपीसी की मांग सहित दूसरे मुद्दों को लेकर विपक्षी सांसदों ने तिरंगा मार्च निकाला. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि अभी तक तो यह देखा गया था कि विपक्ष के लोग व्यवधान पैदा करते हैं, लेकिन पहली बार है जब सत्ता पक्ष ने व्यवधान पैदा किया और सदन को चलने नहीं दिया.


13 मार्च से आज तक जब जब कभी विपक्ष ने बोलने की कोशिश की तो बलपूर्वक सत्ता पक्ष के सांसदों ने शोर मचाया और मंत्री से लेकर उनके सांसद तक सभी ने अडानी को बचाने के लिए व्यवधान पैदा किया. उन्होंने कहा कि भाजपा गोडसे का रास्ता छोड़कर गांधी का रास्ता अपना ले, उसी के लिए तिरंगा यात्रा निकाला गया.


कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार लोकतंत्र के बारे में बहुत बातें करती है, लेकिन जो कहती है उसके मुताबिक चलती नहीं है. 50 हजार करोड़ का बजट सिर्फ 12 मिनट में पास कर दिया गया वो भी बिना चर्चा के. उन्होंने कहा कि विपक्ष पर उन्होंने सदन नहीं चलने देने का आरोप लगाया, लेकिन सदन तो सत्तापक्ष ने नहीं चलने दिया.


खड़गे ने कहा, 'मैंने 52 साल के पॉलिटिकल करियर में ऐसा कभी नहीं देखा. हमने अडानी का मसला उठाया. सभी 18 पार्टियों ने ये पूछा कि अडानी की संपत्ति ढाई साल में 12 लाख करोड़ कैसे हो गई? मोदी जी एक ही पूंजीपति को इतना बढ़ावा क्यों दे रहे हैं, रेल हो हवाई जहाज हो?'


उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'गरीबों की सभी संपत्ति यानी LIC के सारे पैसे उनको क्यों दे दिए गए? राहुल जी ने भी यही सवाल पूछा. मोदी जी और अडानी जी कितने विदेश दौरे पर गए? आपकी वजह से उनको क्या फायदा मिला?  इसलिए हम JPC की मांग कर रहे थे? कमेटी में तो ज्यादा सदस्य सत्ता पक्ष के ही होते तब भी वो क्यों भाग रहे हैं?


खड़गे ने कहा, 'राहुल जी ने सवाल उठाया इसीलिए उनके विदेश के एक इंटरव्यू का हवाला देकर माफी मांगने पर अड़े हैं. मुझे लगता है कि दाल में कुछ काला है. उनका अडानी से कुछ रिश्ता है, तभी तो वो जांच से डरते हैं. इसीलिए सरकार अडाणी मामले में जेपीसी जांच के आदेश देने को राजी नहीं हो रही है.'


पीएम के वंशवाद पर खड़गे ने कहा कि क्या गांधी परिवार का कोई सदस्य 1990 से आजतक पीएम बना या मंत्री बना क्या? जो देश के लिए लड़ता है ये उसको बाहर करते हैं. गांधी परिवार देश को जोड़ने का काम करता है. उन्होंने कहा कि अंधेर नगरी चौपट राजा का दौर चल रहा है. इस देश में लोकतंत्र बचेगा नहीं. ये देश धीरे-धीरे डिक्टेटरशिप की तरफ बढ़ रहा है.