पीएम मोदी, अमित शाह की चल गई रणनीति, क्रॉस वोटिंग ने फोड़ा विपक्षी एकता का गुब्बारा!
राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को बड़े अंतर से हरा दिया है. कोविंद की इस जीत के साथ ही यूपी के इतिहास में देश को पहला राष्ट्रपति देने का अध्याय दर्ज हो गया है. कोविंद की जीत में बीजेपी की कुशल रणनीति की अहम भूमिका रही. वैसे भी लगभग हर मामले में पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति के आगे विपक्ष की एक नहीं चल पा रही है.
नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को बड़े अंतर से हरा दिया है. कोविंद की इस जीत के साथ ही यूपी के इतिहास में देश को पहला राष्ट्रपति देने का अध्याय दर्ज हो गया है. कोविंद की जीत में बीजेपी की कुशल रणनीति की अहम भूमिका रही. वैसे भी लगभग हर मामले में पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति के आगे विपक्ष की एक नहीं चल पा रही है.
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चाहे साल 2014 के लोकसभा चुनाव रहे हों या फिर उसके बाद हुए बड़े राज्यों के चुनाव, उन सभी में बीजेपी ने कुछ राज्यों को छोड़कर अपना झंडा बुलंद किया है. जहां एनडीए में एकता लगातार मजबूत हो रही है, वहीं कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष हर जगह मात खा रहा है और उसके साथी उसे धोखा दे देते हैं. राष्ट्रपति चुनाव में भी विपक्ष के सांसदों-विधायकों ने पार्टी लाइन से अलग कोविंद को वोट किया है.
आइए जानते हैं कि कहां-कहां कांग्रेस को धोखा खाना पड़ा...
राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की खबरों के बीच कांग्रेस की उम्मीदवार मीरा कुमार ने इसे खारिज करते हुए कहा है कि वह क्रॉस वोटिंग से इत्तेफाक नहीं रखतीं. उनका कहना है कि क्रॉस वोटिंग की जगह अंतरात्मा की आवाज पर वोटिंग कहना ज्यादा ठीक होगा. मीरा कुमार भले ही इसे कोई अलग नाम दें, लेकिन यह उनके लिए एक झटका ही रहा है.
यहां हुई सबसे अधिक क्रॉस वोटिंग
राज्यों में केरल को छोड़ दें तो लगभग हर राज्य से एनडीए के रामनाथ कोविंद को अधिकांश सांसदों-विधायकों ने वोट दिया है. हालांकि अभी पूरे आंकड़े नहीं आए हैं. फिर भी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सबसे अधिक क्रॉस वोटिंग गुजरात में हुई है.
इसके बाद गोवा का नंबर है. गुजरात में रामनाथ कोविंद को 132 वोट और मीरा कुमार को 49 वोट मिले. गौर करने वाली बात यह है कि गुजरात में बीजेपी विधायकों की संख्या 121 है.मतलब कोविंद को 11 वोट विपक्ष के मिले हैं.
यही हाल गोवा का भी रहा, गोवा में रामनाथ कोविंद को 25 वोट मिले और मीरा कुमार को मात्र 11 वोट ही मिल सके. त्रिपुरा में टीएमसी के 6 विधायकों ने कोविंद के पक्ष में वोटिंग का ऐलान कर बगावत किया था और माना जा रहा है कि उनके वोट भी कोविंद के खाते में गए हैं. पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में ममता बनर्जी के लिए ये बड़ा झटका है.
यूपी में शिवपाल गुट और मुलायम सिंह ने कोविंद के पक्ष में वोट किया होगा. जैसा कि उन्होंने खुलकर कहा था. शिवपाल सिंह यादव ने दावा किया था कि पार्टी के 11 से 15 विधायक क्रॉस वोटिंग करेंगे.
आंध्र में भी मीरा कुमार को मिला झटका
आंध्रप्रदेश में भी मीरा कुमार को सबसे बड़ा झटका लगा. यहां उन्हें एक भी वोट नहीं मिला. आंध्रप्रदेश में रामनाथ कोविंद को 27189 वोट मिले. हिमाचल प्रदेश में मीरा कुमार के लिए स्थिति ठीक रही और कांग्रेस की सरकार रहने का फायदा मिला.
मीरा कुमार को यहां 37 वोट मिले जबकि कोविंद को केवल 13 वोट मिले.