नई दिल्ली. गांधी जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल जीवन मिशन के तहत पानी समितियोंके साथ संवाद किया. इस दौरान उन्होंने गांधी जी के जीवन से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पूज्य बापू और लाल बहादुर शास्त्री जी इन दोनों महान व्यक्तित्वों के हृदय में भारत के गांव ही बसे थे. पीएम ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आज के दिन देशभर के लाखों गांवों के लोग ‘ग्राम सभाओं’ के रूप में जल जीवन संवाद कर रहे हैं. इस अवसर पर पीएम ने जल जीवन मिशन मोबाइल एप भी लॉन्च किया.


पानी समितियोंसे पीएम ने किया संवाद


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पानी समितियोंके साथ पीएम वर्चुअल रूप से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन का विजन, सिर्फ लोगों तक पानी पहुंचाने का ही नहीं है बल्कि इसका मुख्य आधार, जनआंदोलन और जनभागीदारी है. ये विकेंद्रीकरण का भी बहुत बड़ा मूमेंट है. पीएम ने कहा कि जल जीवन मिशन का विजन, सिर्फ लोगों तक पानी पहुंचाने का ही नहीं है, गांधी जी कहते थे कि ग्राम स्वराज का वास्तविक अर्थ आत्मबल से परिपूर्ण होना है. इसलिए मेरा निरंतर प्रयास रहा है कि ग्राम स्वराज की ये सोच, सिद्धियों की तरफ आगे बढ़े. लेकिन कम ही लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि आखिर इन लोगों को हर रोज किसी नदी या तालाब तक क्यों जाना पड़ता है, आखिर पानी इन लोगों तक क्यों नहीं पहुंचता? 


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विपक्ष पर साधा निशाना


विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि जिन लोगों पर लंबे समय तक नीति-निर्धारण की जिम्मेदारी थी, उन्हें ये सवाल खुद से जरूर पूछना चाहिए था. उन्होंने कहा कि कई फिल्मों, कहानियों और कविताओं में दिखाया जाता है कि कैसे  गांव की महिलाओं और बच्चे पानी लेने के लिए मीलों दूर तक जाया करते थे. कुछ लोगों के मन में, गांव का नाम लेते ही यही तस्वीर उभरती है. 


जल जीवन मिशन शुरू होने के बाद 5 करोड़ घरों में पहुंचा पानी


पीएम ने कहा कि 'मैं गुजरात जैसे राज्य से हूं , जहां अधिकतर सूखा पड़ता था. मैंने देखा है कि पानी की एक-एक बूंद का कितना महत्व होता है. इसलिए गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए, लोगों तक जल पहुंचाना और जल संरक्षण, मेरी प्राथमिकताओं में रहे'. पीएम ने संवाद के दौरान बात करते हुए कहा कि आजादी से लेकर 2019 तक देश में केवल 3 करोड़ घरों तक ही नल से पानी पहुंचता था. 2019 में जल जीवन मिशन शुरू होने के बाद से, 5 करोड़ घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ा गया है. आज देश में 80 जिलों के करीब सवा लाख गांव में नल से घरों में जल पहुंच रहा है. उन्होंने कहा कि जो पिछले 7 दशकों में नहीं हो पाया था, वो आज के भारत ने सिर्फ 2 साल में करके दिखाया है.


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इस दौरान पीएम ने पानी की बर्बादी न करने का भी संदेश दिया. उन्होंने कहा कि पानी को बचाने के लिए हमें अपनी आदतें भी बदलनी होंगी. पानी को प्रसाद की तरह इस्तेमाल करना होगा. इसके लिए देश के हर एक नागरिक ज्यादा से ज्यादा प्रयास करने होंगे.


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