पीएम मोदी से मुलाकात के बाद राजभवन के पास धरने पर बैठीं ममता बनर्जी
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर हंगामे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय पश्चिम बंगाल दौरे के लिए कोलकाता पहुंच गए हैं.
कोलकाता/नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर हंगामे के बीच दो दिवसीय पश्चिम बंगाल दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य की मुख्यमंत्री ने राजभवन में मुलाकात की. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद राजभवन के पास ममता धरने पर बैठ गईं. वह एनपीआर और एनआरसी का विरोध कर रही हैं. ममता ने कहा, "मैंने पीएम मोदी से कहा है कि भेदभाव न हो. बंगाल में एनपीआर-एनआरसी नहीं चाहिए. इसे वापस लिया जाना चाहिए."
इससे पहले, एयरपोर्ट पर पीएम मोदी के स्वागत के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नहीं पहुंचीं थी. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता सरकार के मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया. कोलकाता के मेयर भी एयरपोर्ट पर स्वागत के लिए मौजूद थे. पीएम मोदी के स्वागत में बीजेपी के कई नेता एयरपोर्ट आए थे.
पीएम मोदी के कोलकाता पहुंचने से पहले ही विपक्षी पार्टियां आज कोलकाता में सड़कों पर हैं. टीएमसी, लेफ्ट पार्टियां, कांग्रेस और छात्र संगठन का की जगहों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए राजभवन के आसपास धारा 144 लगा दी गई है. राजभवन, एयरपोर्ट के आसपास भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. पीएम मोदी अगर सड़क मार्ग से राजभवन जाते हैं तो उसके लिए एयरपोर्ट से राजभवन तक पूरी सड़क पर बैरिकेडिंग कर दी गई है.
कोलकाता में पीएम मोदी का कार्यक्रम
1. कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की 150वीं वर्षगांठ समारोह में शामिल होंगे.
2. कोलकाता की 4 धरोहर इमारतें को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
3. पुरानी करेंसी बिल्डिंग, बेल्वेदेरे हाउस, मेटकॉफ हाउस, विक्टोरिया मेमोरियल शामिल होंगे.
4. पोर्ट ट्रस्ट के कर्मचारियों के पेंशन फंड के लिए 501 करोड़ का चेक भेंट करेंगे.
5 हल्दिया डॉक कॉम्पलेक्स पर रिवरफ्रंट डेवलपमेंट स्कीम को हरी झंडी दिखाएंगे.
6. स्वामी विवेकानंद की जयंती पर बेलूर मठ में पीएम मोदी ध्यान करेंगे.
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इससे पहले, पीएम मोदी ने दौरे शुरू करने से पहले अपने गुरु को याद किया. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, "मैं आज और कल पश्चिम बंगाल में रहने को लेकर उत्साहित हूं. मैं रामकृष्ण मिशन में समय बिताने को लेकर खुश हूं और वह भी तब जब हम स्वामी विवेकानंद की जयंती मना रहे हैं. उस स्थान के बारे में एक विशेष स्थान भी है." उन्होंने आगे कहा, "फिर भी वहां कुछ कमी होगी." उन्होंने कहा, "मुझे जन सेवा ही प्रभु सेवा का सिद्धांत बताने वाले आदरणीय स्वामी आत्मस्थानंदजी वहां नहीं होंगे. रामकृष्ण मिशन में उपस्थिति होना अकल्पनीय है."