नहीं मिले जासूसी के ठोस सबूत, वापस पाकिस्तान जाएगी सीमा हैदर! तैयारी में जुटी पुलिस
फिलहाल जांच एजेंसियों और नोएडा पुलिस की जांच में अभी तक सीमा के जासूस होने का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, लेकिन अवैध तरीके से भारत में घुसपैठ का आरोप उस पर है.
अपने प्यार को पाने के लिए पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत पहुंची सीमा हैदर को पाकिस्तान भेजने की तैयारी की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के मामले में जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल करने की कोशिश में है. पुलिस इस तैयारी में है कि कोर्ट में चल रहे केस को जल्द खत्म करके, सीमा हैदर को उसके बच्चों के साथ उसके देश वापस भेजा जाए.
फिलहाल जांच एजेंसियों और नोएडा पुलिस की जांच में अभी तक सीमा के जासूस होने का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, लेकिन अवैध तरीके से भारत में घुसपैठ का आरोप उस पर है. न्यायिक प्रक्रिया के जानकारों के मुताबिक ऐसे मामलों में 5 से 7 साल की सजा हो सकती है. लेकिन कोशिश होती है कि आरोपी को वापस उसके देश भेज दिया जाए.
उधर, नोएडा पुलिस कोर्ट में चार्जशीट लगाने के लिए दस्तावेज तैयार कर रही है. पुलिस के पास मुकदमा दर्ज होने के बाद चार्जशीट दाखिल करने के लिए 60 दिन का समय है. यूपी पुलिस एटीएस रिपोर्ट के आधार पर धाराओं में इजाफा कर सकती है. पुलिस ने पहले सीमा हैदर पर फॉरनर्स एक्ट सेक्शन-14 और 120-बी लगाया था.
इन धाराओं में पांच साल तक की सजा का प्रावधान है. इसलिए कोर्ट से सीमा और सचिन को आसानी से जमानत मिल गई. लेकिन अब इनकी धाराओं में 420, 468 और 471 की बढ़ोतरी की जा सकती है. इसमें सात साल की सजा है. ऐसे में उसे जमानत भी नहीं मिल सकेगी. अब यह तो वक्त ही बताएगा की सीमा को उसके देश वापस भेजा जाएगा या उस पर यहीं पर मुकदमा चलेगा और क्या उसे सजा होगी.
लेकिन इसके साथ-साथ कुछ और बातें हैं, जिन पर लगातार सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही हैंं, उनमें एक सबसे अहम बात यह है कि नेपाल के काठमांडू में पशुपतिनाथ मंदिर में दोनों ने शादी करने की बात कही थी, जबकि उस मंदिर में शादी ही नहीं होती है. दूसरा झूठ सीमा ने बताया था कि वह सोनौली बॉर्डर के जरिए भारत में आई थी. जबकि एटीएस ने अपने बयान में बताया है कि सीमा ने सिद्धार्थनगर के रूपनहडेही-खुनवा बॉर्डर से भारत में एंट्री की थी.
ऐसी कई और भी बातें हैं जिन पर सीमा के बयान बार-बार बदल रहे हैं और इन्हीं सब बातों की वजह से उसके ऊपर शक हो रहा है. इस मामले में एक और सबसे बड़ी बात सामने आई है कि सचिन जब पहली बार सीमा से मिलने नेपाल गया था, तो वह तीन फर्जी आधार कार्ड बनवा कर यहां से ले गया था.
जांच एजेंसियां मान रही हैं कि उन्हीं आधार कार्ड के जरिए सीमा नेपाल में भी रही और उसके बाद जब भारत में एंट्री की, तो उसने वही आधार कार्ड एंट्री प्वाइंट पर दिखाया, जिसकी वजह से उसको रोका नहीं गया.
(एजेंसी इनपुट)