Rann Utsav News: गुजरात के कच्छ में विश्वप्रसिद्ध रण उत्सव का आगाज हो चुका है. यह उत्सव सफेद नमक के रेगिस्तान, अनूठी सांस्कृतिक विरासत और वन्यजीव अभयारण्य के लिए मशहूर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महोत्सव के लिए देशवासियों को आमंत्रित किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर एक वीडियो शेयर करते हुए सभी को इस अद्भुत अनुभव का हिस्सा बनने का आग्रह किया.


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रण उत्सव का मुख्य आकर्षण


रण उत्सव में सबसे बड़ा आकर्षण है 'टेंट सिटी'.. जो पर्यटकों को एक शानदार अनुभव प्रदान करती है. यह टेंट सिटी 7500 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है और इसमें 450 से अधिक टेंट हैं. यहां लग्जरी टेंट से लेकर प्रेसिडेंशियल टेंट तक की सुविधाएं उपलब्ध हैं. इन टेंट्स का प्रतिदिन का किराया 1 लाख रुपये तक है.


कला, संस्कृति और परंपरा का संगम


रण उत्सव न केवल भव्यता का प्रतीक है बल्कि यह गुजरात की कला, संस्कृति और परंपरा को भी दर्शाता है. यहां के आर्ट एंड क्राफ्ट की खूबसूरती देखने लायक है. सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुतियां पर्यटकों को एक अलग ही अनुभव कराती हैं.


रण उत्सव का रोचक इतिहास


रण उत्सव की शुरुआत 2005 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. इसका उद्देश्य कच्छ की अनूठी संस्कृति और विरासत को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाना था. पहले इसे 'सरहद उत्सव' के नाम से जाना जाता था. यह उत्सव हर साल चार महीने तक चलता है, जिसमें लाखों देशी-विदेशी पर्यटक हिस्सा लेते हैं.


45000 वर्ग किलोमीटर में फैला कच्छ का रण


कच्छ का रण, गुजरात के कच्छ जिले में स्थित एक विशाल नमक का रेगिस्तान है. यह क्षेत्र 45000 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. रण उत्सव के दौरान यह पूरा इलाका एक सांस्कृतिक मेले में बदल जाता है. यहां का सफेद रेगिस्तान चांदनी रात में अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है.


पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण


रण उत्सव में पर्यटकों के लिए हर सुविधा का ध्यान रखा गया है. टेंट सिटी में ठहरने के अलावा, यहां खानपान, संगीत, नृत्य और स्थानीय हस्तशिल्प का आनंद लिया जा सकता है. यह महोत्सव न केवल गुजरात पर्यटन को बढ़ावा देता है, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को भी एक नई पहचान देता है.


दुनियाभर के पर्यटकों के लिए खास


रण उत्सव अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रहा. यह दुनियाभर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. कच्छ के इस उत्सव ने गुजरात को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किया है.


रण उत्सव का संदेश


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया यह उत्सव भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा देने का प्रतीक है. रण उत्सव के माध्यम से न केवल कच्छ, बल्कि पूरे देश की संस्कृति को विश्व पटल पर नई पहचान मिल रही है.