अधीर रंजन चौधरी बोले-किसी को आहत करना नहीं था मकसद, विशेषाधिकार समिति से मिली राहत
Loksabha No Confidence Motion: लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कथित असंसदीय टिप्पणी मामले में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी को जवाब देने के लिए विशेषाधिकार समिति ने समय दिया था.
Adhir Ranjan Choudhary: संसद के प्रविलेज कमेटी की बैठक में अधीर रंजन चौधरी ने अपना पक्ष रखा । अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि किसी की भावना आहत करने का मकसद नही था। कमेटी ने अधीर रंजन चौधरी सस्पेंशन खत्म करने के लिए प्रस्ताव पारित किया. संसद के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर लोक सभा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर लोक सभा से निलंबित कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी को आज सदन की विशेषाधिकार समिति ने अपना पक्ष रखने को बुलाया था.अधीर रंजन चौधरी के निलंबन के मसले पर लोक सभा की विशेषाधिकार समिति ने इसी महीने 18 अगस्त को अपनी पहली बैठक में अधीर रंजन चौधरी को अपने ऊपर लगे आरोपों पर अपना पक्ष रखने का मौका देने का फैसला किया था और इसके लिए समिति ने उन्हें 30 अगस्त को समिति की बैठक में आकर अपना पक्ष रखने को कहा था.
अविश्वास प्रस्ताव के दौरान असंसदीय टिप्पणी
आपको बता दें कि संसद के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर लोक सभा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर 10 अगस्त को सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को सदन से निलंबित करते हुए उनके मामले को सदन की विशेषाधिकार समिति को भेज दिया गया था.केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी द्वारा 10 अगस्त को ही लोक सभा में पेश किए गए प्रस्ताव को सदन द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने उसी दिन अधीर रंजन चौधरी द्वारा सदन में लगातार किए जा रहे व्यवहार की जांच का मामला सदन की विशेषाधिकार समिति को भेजते हुए समिति की रिपोर्ट आने तक उन्हें सदन से निलंबित करने की घोषणा कर दी थी. समिति ही पटना पुलिस द्वारा भाजपा सांसद जर्नादन सिंह सिग्रीवाल पर किए गए लाठीचार्ज मामले की भी सुनवाई करेगी. भाजपा सांसद सुनील कुमार सिंह लोक सभा की विशेषाधिकार समिति के अध्यक्ष हैं और इसमें सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के कई सांसद सदस्य के तौर पर शामिल हैं.
(एजेंसी इनपुट- आईएएनएस)