पंजाब: ना नारेबाजी, न जिंदाबाद मुर्दाबाद, ना ही कोई घेराव एक अलग तरीके का प्रदर्शन जो देखने को मिला पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के घर के बाहर. जिसमें ठेका कर्मचारी एक्शन कमेटी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के घर के बाहर केक काटकर विरोध प्रदर्शन किया. बकायदा केक पर कैप्टन अमरिंदर के उस ट्वीट की फोटो बनवाई गई थी जो ट्वीट कैप्टन अमरिंदर ने 24 जनवरी 2017 को किया था.


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2 साल पहले किए गए ट्वीट में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लिखा था कि सरकार बनने के बाद यह सुनिश्चित किया जाएगा की ठेका कर्मचारियों को रेगुलराइज किया जाए. साथ ही किसी भी नए ठेका कर्मचारी की भर्ती ना हो. अब ठेका कर्मचारी का आरोप है कि पंजाब में मुख्यमंत्री बन चुके हैं उसके बाद भी कैप्टन अपना वादा भूल गए इसीलिए वह सीएम साहब को केक खिलाकर उनका वादा याद दिलाने आए हैं.


दरअसल कैप्टन अमरिंदर आज से ठीक 2 साल पहले एक ट्वीट किया था, जिसमें कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दावा किया था कि अगर पंजाब में उनकी सरकार बनती है तो ठेका कर्मचारियों को पक्का करने के अलावा ठेका कर्मचारियों पर कोई नई भर्ती नहीं होगी.


मेनिफेस्टो के अलावा एक बड़ा वादा था जिस वादे के नाम पर कैप्टन अमरिंदर ने चुनाव प्रचार किया था, लेकिन ठेका कर्मचारी एक्शन कमेटी का कहना है कि 2 साल हो गए हैं उनके साथ लोग मिलते हैं, बातें करते हैं लेकिन कोई काम नहीं हुआ इसीलिए उनको यह कदम उठाना पड़ा है,


ठेका कर्मचारी एक्शन कमेटी केक लेकर आई और मुख्यमंत्री आवास की तरफ जब जाने लगे तो उसे पहले ही उनको रोक लिया गया. इसके बाद ठेका कर्मचारी एक्शन कमेटी ने वहीं पर केक काटकर अपना विरोध जताया. हालांकि बिना केक के उनको सीएम आवास पर मिलने का वक्त दे दिया गया था, लेकिन ठेका कर्मचारी एक्शन कमेटी बिना केक के सीएम आवास मुख्यमंत्री से मिलने नहीं गए.