लोकसभा में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी vs नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी वाला सीन दिखाई दिया. राहुल भाजपा पर एक-एक हमले कर रहे थे, इसी दौरान उन्होंने हिंदुओं को लेकर कुछ ऐसा कह दिया जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद खड़े होकर आपत्ति जताई. पीएम ने कहा कि यह विषय बहुत गंभीर है. पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना ये गंभीर विषय है. इसके बाद राहुल ने गरजते हुए कहा, 'नहीं, नहीं. बीजेपी को, आपको कहा है. बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है. आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं हैं.' इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग हंगामा करने लगे. 



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राहुल ने कहा क्या था


दरअसल, राहुल ने भगवान भोलेनाथ के सर्प और त्रिशूल का जिक्र करते हुए सत्ता पक्ष के सदस्यों की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं वो 24 घंटा हिंसा-हिंसा-हिंसा... नफरत-नफरत-नफरत... असत्य-असत्य-असत्य कहते रहते हैं. आप हिंदू हो ही नहीं. राहुल ने कहा कि हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि सत्य से पीछे नहीं हटना चाहिए. 


राहुल को रोकनी पड़ी स्पीच


इससे पहले दोपहर में जब विपक्ष के नेता राहुल गांधी बोलने के लिए खड़े हुए तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने 'भारत माता की जय' के नारे लगाए. राहुल को अपनी स्पीच बीच में ही रोकनी पड़ी. स्पीकर खामोश रहे. इसके बाद मोदी-मोदी के नारे गूंजने लगे. स्पीकर कभी बाएं देखते, कभी दाएं देखते. राहुल ने जय संविधान कहा और विपक्ष में हंसी की लहर दौड़ गई. राहुल ने पीछे मुड़कर कहा- कॉपी है क्या? (वह संविधान की कॉपी मांग रहे थे.)


उन्होंने कहा कि इसकी हमने रक्षा की है. देश ने मिलकर संविधान की रक्षा की है. अच्छा लग रहा है कि बीजेपी के लोग हर 2-3 मिनट पर संविधान-संविधान कह रहे हैं. 


राहुल ने आगे कहा कि पिछले 10 वर्षों में संविधान पर लगातार हमले हुए हैं. जिसने भी... इसके बाद फिर शोर बढ़ गया. सत्तापक्ष के सदस्यों ने विरोध जताया तो विपक्ष के लोग भी खड़े हो गए. राहुल ने कहा- अभी वॉर्मअप हो रहा है. हममें से कई पर निजी हमले हुए, हममें से कई नेता अब भी जेल हैं. न केवल विपक्ष बल्कि कोई भी जो सत्ता के केंद्रीकरण, पैसे के केंद्रीकरण, दलित-अल्पसंख्यक पर दमन का विरोध कर रहा था, उसे दबाया गया. मुझ भी हमले हुए, सरकार के निर्देश पर, जाहिर है पीएम के द्वारा हुए होंगे. 20 से ज्यादा केस, 2 साल जेल की सजा. घर भी ले लिया गया पर कोई समस्या नहीं. जानबूझकर गाली दी गई और अटैक किए गए. 55 घंटे ईडी ने पूछताछ की. 


राहुल ने भगवान शिव की तस्वीर दिखाई


उन्होंने कहा कि पूछताछ के आखिर में ऑफिसर ने ऑफ-कैमरा कहा कि आप पत्थर जैसे हो, आप हिलते क्यों नहीं? राहुल ने कहा कि आज मैं आरएसएस और भाजपा के अपने दोस्तों से कहना चाहता हूं, जो पूरा विपक्ष इस्तेमाल करता है. यह आइडिया कहां से आता है. और हमें वो ताकत कहां से मिली है. इसके बाद राहुल ने शंकर भगवान की तस्वीर दिखाई. स्पीकर ने रोका और एक मिनट रुकने के लिए कहा. स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आपने सवाल उठाया. आपके माननीय सदस्यगण 352 का नियम बता रहे थे. आपने कहा कि नियम प्रक्रिया से सदन चलना चाहिए. नियम में कोई भी प्लेकार्ड या तस्वीर नहीं दिखाया जा सकता. 



राहुल ने सवाल किया कि क्या इस सदन में शिवजी का फोटो दिखाना मना है? आप बस ये बता दीजिए. शिव जी का चित्र इस सदन में मना है. अगर मैं कह रहा हूं कि मुझे इनसे प्रोटेक्शन मिली लेकिन आप मुझे रोक रहे हैं. इसके बाद मेरे पास और भी चित्र हैं, मैं सब दिखाना चाहता था. पूरा हिंदुस्तान इस चित्र को जानता समझता है. मैं इस तस्वीर को क्यों लाया क्योंकि इस तस्वीर में आइडिया टू डिफेंड है. शिवजी के गले में सांप हैं, इसके पीछे का मकसद है किसी ने डरना नहीं चाहिए.  इसके बाद राहुल ने गुरु नानक की तस्वीर दिखाई. फिर शोर होने लगा. 


 हिंदू, शिव और त्रिशूल


आगे राहुल ने कहा कि हिंदुस्तान ने किसी पर आक्रमण नहीं किया. ये देश डरने वाला देश नहीं है. हमारे सारे महापुरुषों ने अहिंसा की बात की. डर मिटाने की बात की. डरो मत, डराओ मत. और दूसरी तरफ शिवजी अभय मुद्रा दिखाते हैं. अहिंसा की बात करते हैं. और त्रिशूल गाड़ देते हैं. इसके बाद राहुल ने सत्ता पक्ष के सदस्यों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं 24 घंटा हिंसा-हिंसा-हिंसा. नफरत-नफरत-नफरत. असत्य-असत्य-असत्य. आप हिंदू हो ही नहीं. राहुल ने कहा कि हिंदू धर्म में साफ लिखा है सत्य से पीछे नहीं हटना चाहिए. 



अभय मुद्रा की बात


राहुल ने आगे पीएम मोदी पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि पीएम सीधे ईश्वर से बात कर रहे हैं. लोकसभा में विपक्ष के नेता बोले, 'पीएम कहते हैं कि (महात्मा) गांधी मर चुके हैं और गांधी को एक फिल्म द्वारा पुनर्जीवित किया गया था. क्या आप अज्ञानता को समझ सकते हैं?... एक और बात जो मैंने देखी वह यह है कि सिर्फ एक धर्म नहीं है जो साहस की बात करता है. सभी धर्म साहस की बात करते हैं.'