राजस्थान सरकार में मंत्री Shanti Dhariwal के विवादित बोल, `ब्राह्मणों ने क्या बुद्धि का ठेका ले रखा...`
गहलोत सरकार में मंत्री शांति धारीवाल ने अलवर में आयोजित जैन समाज के एक कार्यक्रम में ब्राह्मणों को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों ने क्या बुद्धि का ठेका ले रखा है? कोटा के रिज्ल्ट में 70 प्रतिशत बनिए ही हाते हैं.
अलवर: गहलोत सरकार में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) एक बार फिर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आ गए हैं. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वो ब्राहमण समाज पर विवादित बयान दे रहे हैं. वीडियो में वे कोटा के कोचिंग इंस्टिट्यूट के रिजल्ट की जाति के आधार पर तुलना कर रहे हैं और बोल रहे हैं, 'क्या बुद्धि का ठेका ब्राह्मणों ने ले रखा है?'
'ब्राह्मणों ने बुद्धि का ठेका ले रखा...'
धारीवाल ने आगे कहा, 'मैं उन ब्राह्मणों से कहता हूं. यार तुमने अगर बुद्धि का ठेका ले रखा है तो मेरे यहां कोटा के कोचिंग इंस्टिट्यूट हैं, वो देशभर में प्रसिद्ध हैं, उनका जो रिजल्ट आता है उनमें 100 में से 70 आदमी बनिया कैसे आता है. तुम लोग कैसे पीछे रह जाते हो. उसका जवाब नहीं है उनके पास. आप उठाकर देख लेना रिजल्ट में या तो मित्तल मिलेगा, या जैन मिलेगा या अग्रवाल मिलेगा. इस तरह के नाम मिलेंगे आपको.'
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'सचिवालय में ज्यादातर बनिए ही नजर आते..'
धारीवाल ने यह भी कहा, 'राजस्थान सचिवालय में भी पहले आपको बनिया ही बैठा हुआ मिलता था. यहां लगी नेम प्लेट में ज्यादातर वैश्य समाज के अधिकारी और कर्मचारी होते थे, लेकिन आज स्थित बदल गई है. आज हम देखते हैं कि दूसरी जाति के लोग नेम प्लेट लगाकर बैठे रहते हैं. उन पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. जब तक हमारे लोगों के हाथ में प्रशासन की कुर्सी नहीं होगी, तब तक निश्चित तौर पर जैन समाज को, अग्रवाल समाज को, बनिया समाज को जो प्रोटेक्शन मिलना चाहिए, उस प्रोटेक्शन से हम महरूम रहे जाते रहेंगे.'
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धारीवाल के विरोध में बंगले पर हुई नारेबाजी
जैन समाज के एक कार्यक्रम में दिए गए धारीवाल के इस बयान के बाद से ही अलवर में विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गए हैं. सोशल मीडिया पर जहां उनके बयान का लोग विरोध जता रहे हैं. वहीं ब्राहमण समाज पर उनकी टिप्पणी सामने आने के बाद विप्र सेना की ओर से शनिवार को उनके बंगले पर जमकर नारेबाजी की गई है. हालांकि विरोध बढ़ने पर शांति धारीवाल ने कहा कि मैंने किसी को ठेस पहुंचाने के मकसद से यह बात नहीं कही थी. यह सिर्फ दो दोस्तों के बीच मजाक था. कोटा के रहने वाले मेरे एक मित्र ने जब मुझसे कहा कि इस बार आईआईटी में खूब ब्राह्मण आए हैं तो तब मैंने भी उनसे कहा कि ब्राम्हणों ने बुद्धि का ठेका थोड़ी ले रखा है. इस बार बनिए भी खूब आए हैं.
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