Nasirabad, Ajmer News: नसीराबाद के निकट रामसर से शोकलिया मार्ग स्थित गुर्जर मांनिंग एंड मिनिरल्स खदान में 29 फरवरी की शाम 5:30 बजे अचानक भूस्खलन हो गया, जिसके चलते माइंस में माइका पिकिंग का कार्य कर रहा देवलिया गांव निवासी 31 वर्षीय नाथूराम गुर्जर पुत्र नारायण भूस्खलन के कारण मलवे में दब गया. 


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मौके पर भूस्खलन के हालात इतने खौफनाक थे कि भारी भरकम बड़ी-बड़ी चट्टानें भूस्खलन के कारण ढह गई. गुर्जर मांनिंग एंड मिनरल के मैनेजर रामसर निवासी बन्नालाल गुर्जर पुत्र कानाराम ने भूस्खलन होते ही माइनिंग विभाग और सदर पुलिस थाना नसीराबाद को सूचना दी सूचना. मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक विजय सांखला, सदर पुलिस थानाधिकारी प्रहलाद सहाय, हेड कांस्टेबल श्रीराम, तहसीलदार महेश शेषमा आदि अधीनस्थ कार्मिकों को लेकर मौके पर पहुंच गए और घटना की उच्चधिकारियों को जानकारी देते हुए मौके पर विभिन्न बचाव दलों को बुला लिया गया. लगभग 36 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. 


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प्रहलाद ड्रिलिंग कंपनी के मालिक प्रहलाद चौधरी के नेतृत्व में पोकलेन और जेसीबी मशीन को लगभग 100 फुट गहरी माइंस में उतार कर सुरक्षात्मक ढंग से रेस्क्यू चलाया गया. शनिवार को भोर होते ही सुबह लगभग 6 बजे मलबे और चट्टानों के नीचे दबे हुए श्रमिक नाथूराम को बाहर निकालने में सफलता मिल गई. लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुका था. भारी भरकम चट्टानों और मलबे के नीचे दबने के बावजूद शरीर पर किसी भी प्रकार के कोई चोट नजर नहीं आई. संभवयः डंपर के ऊपर किसी चट्टान ने छत का कार्य किया और शरीर सुरक्षित बच गया लेकिन मलबे में दबने के कारण दम घुटने से मौत का ग्रास बन गया. 


क्या है मृतक के परिजनों का कहना
मृतक के परिजनों ने बताया कि उसके 3 वर्ष की बेटी और 10 माह का पुत्र है, जिसका इसी सप्ताह 7 मार्च को दशोटन कार्यक्रम तय किया था. सदर पुलिस थानाधिकारी प्रहलाद सहाय एवं राजकीय सामान्य चिकित्सालय के प्रभारी डॉक्टर विनय कपूर के नेतृत्व में मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया और पुलिस कार्यवाही आरंभ कर दी गई.