Deedwana : नागौर जिले के डीडवाना के सीवरेज परियोजना का ट्रीटेड वाटर नजदीकी गांव इंडोलाव की ढाणी के लिए जी का जंजाल बन गया है. सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाला पानी झील का रूप ले चुका है और दर्जनों खेतों को निगल चुका है.


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ग्रामीणों को डर है कि अभी तो केवल फर्स्ट फेज का पानी यहां आ रहा है जिसका निस्तारण भी नगरपालिका नहीं करवा पाई है जिसकी वजह से सैंकड़ों बीघा गौचर बर्बाद हो गया है और दर्जनों खेत पानी में डूब गए हैं और पानी गांव तक पहुंच चुका है. अब दूसरे फेज का पानी भी यहां छोड़ा जाएगा तो गांव भी डूब जाएगा. ग्रामीण इस मुद्दे को लेकर कई बार प्रशासन को ज्ञापन दिया. लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं होने पर ग्रामीण एसटीपी के बाहर धरने पर बैठ गए.


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काफी इंतजार करने के बाद नगरपालिका के जेईएन और एईएन मौके पर पहुंचे. लेकिन मौके पर जमा भीड़ को देखकर उल्टे पैर ही मौके से खिसक लिए. जिसपर गुसाए ग्रामीणों ने एसटीपी में कार्यरत कर्मचारियों को प्लांट को बन्द करवाकर बाहर निकाल दिया और एसटीपी के दरवाजे बंद कर दिए. आपको बता दें की डीडवाना एसटीपी से वर्तमान में 40 लाख लीटर पानी प्रतिदिन छोड़ा जा रहा है. जिसके निस्तारण के लिए नगरपालिका के पास कोई कार्ययोजना वर्तमान में नहीं है. जिसकी वजह से ये पानी अब बड़ी गंदे तालाब का रूप ले चुका है.


Report : Hanuman Tanwar