Parbatsar: राजस्थान के परबतसर बैंक खाते में ऑनलाइन पेमेंट ट्रांसफर करने के दौरान 20 लाख रुपये स्वयं के खाते में करने थे ट्रांसफर जो कि गलती से एक जैसा नाम होने के कारण हो गए थे दूसरे के खाते में ट्रांसफर हो गए. जिनको पुनः लौटकर दिया ईमानदारी का परिचय.


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डीडवाना निवासी देवेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि वह अपने IDFC बैंक खाते से AU बैंक खाते में 20 लाख रुपये ट्रांसफर कर रहे थे, जो गलती से परबतसर के AU बैंक खाता धारक देवेन्द्र डारा के ट्रांसफर हो गए थे. देवेन्द्र डारा ने इतनी बड़ी रकम में ईमानदारी और इंसानियत का परिचय देते हुए देवेन्द्र अग्रवाल को चैक सौंपकर राशि लौटने का निर्णय लिया. देवेन्द्र डारा मूलतः सिरसु गांव के निवासी हैं परबतसर में हाइवे पर खुशी मोटर्स नाम से ऑफिस में गाड़ियों का काम है. 


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Au बैंक परबतसर में दोनों ने मिलकर एक दुसरे को चैक दिए . Au बैंक मैनेजर दलीप कुमार वशिष्ठ ने बताया कि हमें जब इनके ट्रांजेक्शन की जानकारी हुई तो हमने खाते में एक बार रकम निकासी पर रोक लगाई और दोनों को AU बैंक शाखा बुलाया और इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की.


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देवेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि मेरे से रुपये गलती से ट्रांसफर हो जाने से इतनी बड़ी रकम को लेकर काफी चिंतित हो गया और देवेंद्र डारा के बारे में पता करवाया तो मुझे जानकारी मिली कि यह एक सज्जन व्यक्ति है. आपके रुपये मिल जाएंगे आप चिंता न करे. देवेंद्र डारा ने आज के समय मे रुपये लौटाकर इंसानियत जीत ली है. देवेन्द्र डारा द्वारा रकम वापसी के चैक सौपने के दौरान डीडवाना क्लस्टर हैड भरत शर्मा, सीओएसएम श्रवण कुमार, देवेन्द्र अग्रवाल, देवेन्द्र डारा,  Au बैंक मैनेजर दलीप कुमार वशिष्ठ मौजूद थे.


Reporter: Hanuman Tanwar