ब्यावर में सीवरेज का पानी खरीदने की आड़ में तालाबों का पानी खींच रही ये कंपनी, जानिए पुरी खबर...
अजमेर के ब्यावर में जवाजा पंचायत समिति की कई ग्राम पंचायतों के सरपंचगणों और ग्रामीणों ने श्री सीमेंट कंपनी ने नगर परिषद से सीवरेज का पानी खरीदने की आड़ में आसपास के तालाबों का पानी खींचने की योजना का आरोप लगाया है. नगर परिषद के साथ कंपनी के हुए एमओयू को किसानों के हित में निरस्त करवाने की मांग को लेकर आसपास के सरपचगणों और ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी राहुल जैन को एक ज्ञापन दिया.
Beawar : अजमेर के ब्यावर में जवाजा पंचायत समिति की कई ग्राम पंचायतों के सरपंचगणों और ग्रामीणों ने श्री सीमेंट कंपनी ने नगर परिषद से सीवरेज का पानी खरीदने की आड़ में आसपास के तालाबों का पानी खींचने की योजना का आरोप लगाया है. नगर परिषद के साथ कंपनी के हुए एमओयू को किसानों के हित में निरस्त करवाने की मांग को लेकर आसपास के सरपचगणों और ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी राहुल जैन को एक ज्ञापन दिया.
उपखंड अधिकारी को दिए गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि ऐसी जानकारी मिली है कि नगर परिषद ब्यावर ने ब्यावर शहर का पानी जो सीवरेज लाईन से ट्रीटमेन्ट प्लान्ट में आता है, इस पानी का वाणिज्यिक उपयोग कर धन कमाने के उद्देश्य से ब्यावर के पास स्थित निजी प्राईवेट सीमेन्ट कम्पनी को पानी बेचने का इकरार किया है.
यह निजी सीमेन्ट कम्ंपनी पाइप लाइन के जरिये ब्यावर शहर का सारा पानी अपने वाणिज्यिक हित में काम में लेकर मुनाफा कमाना चाहती है और इसी कारण इस निजी कम्पनी श्री सीमेन्ट लिमिटेड ने नगर परिषद ब्यावर को रूपये देकर पानी खरीदने का इकरार किया है. ज्ञापन में बताया कि ब्यावर शहर के पास स्थित गांव बलाड़ से सालों पुरानी नदी जो आगे चलकर शहर के बीच से होकर गुजरती है. बरसात का पानी इस नदी में आता है और ब्यावर शहर के रोजमर्रा का पानी इस नदी में नियमित वर्षभर आता रहता है.
यह भी पढ़ें : कांग्रेस के सत्याग्रह पर BJP का हमला, 'गांधी परिवार को बचाने के लिए यह कृत्य अनुचित'
यह नदी आगे छावनी, नृसिंहपुरा, रामपुरा, मेडिया होते हुए मकरेड़ा तालाब से जुड़ जाती है. मकरेड़ा तालाब का पानी नदी से होकर रास, जैतारण, बिलाडा के पास पिचायक बांध तक जाता है. नदी और मकरेड़ा तालाब के पानी से छावनी, नृसिंहपुरा, नून्दी मेन्दातान, नून्दी मालदेव, सरमालिया, ब्यावरखास, मेडिय़ा, रामपुरा, मकरेड़ा, गोपालपुरा, सराधना, भगवानपुरा, गोला, अलीपुरा, जेठाना, नयागांव, तेतरड़ी, शिवपुरा, करनोस, मेवाडिय़ा और पाली शहर के कई गांव के कुओं का जलस्तर इसी नदी और मकरेड़ा तालाब से बना रहता है.
उक्त पानी से किसान अपनी खेती, पशुपालन करके अपने परिवार का पालन पोषण करते है. अगर कंपनी ने लाइन के माध्यम से इस पानी को ले लिया तो आसपास के कुओं का जलस्तर घट जाएगा. जिसका असर खेती पर पडेगा. ग्रामीणों ने किसानों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए श्री सीमेन्ट कंपनी और नगर परिषद के बीच हुए करार को निरस्त करवाने की मांग की है ताकि किसानों के सामने पैदा होने वाले संकट को टाला जा सके. ज्ञापन देने वालों में जिला परिषद सदस्य अमृतासिंह गुर्जर, केसरीमल जाट, सरमालिया सपंच जनता, गोरधनसिंह, कमला देवी, हरचंद चौधरी, प्रदीपसिंह, दयालराम, सुरेश कुमार, भंवरलाल जाट सहित बडी संखया में ग्रामीण शामिल थे.
Reporter: Dilip Chouhan
अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें