Behror: अलवर जिले के बहरोड़ क्षेत्र के महोम्मदपुर गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के वार्षिकोत्सव का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना था. 


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कार्यक्रम में हरियाणा से बुलाई गयी एक पार्टी की लड़कियों द्वारा छात्र-छात्राओं के सामने स्टेज पर अश्लीलता से भरा नृत्य पेश किया गया, जिसका वहां किसी ने मोबाइल से वीडियो बनाकर वाएरल कर दिया, इस मामले में स्कूल में इस तरह के आयोजन को लेकर सवाल उठने लगे हैं. आखिर हम बच्चों को शिक्षा के नाम पर क्या संस्कार दे रहे हैं, यह बड़ा सवाल है. इस मामले में प्रिंसिपल श्याम सुंदर यादव का कहना है कि उन्हें जानकारी नहीं है, वह कार्यक्रम के दौरान स्कूल में नहीं थे, पता कर इस पर कार्रवाई की जाएगी.


अब तक हम देखते आए हैं कि नेताओं के कार्यक्रमों में भीड़ जुटाने के लिए अश्लीलता परोसी जाती, हरियाणा व आसपास के क्षेत्र से डांस पार्टियों की लड़कियों के अश्लील डांस पेश किए जाते रहे हैं पर अब यह नजारा बहरोड़ के महोम्मद पुर के सरकारी स्कूल में जब देखने को मिला तो स्कूल प्रबंधन पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. जहां पर भीड़ जुटाने के लिए स्कूल प्रबंधन के द्वारा हरियाणा के डांसर बुलाए गए थे, साथ ही कार्यक्रम में विधायक बलजीत यादव मुख्य अतिथि थे. 


स्कूल प्रबंधक के द्वारा विधायक को अधिक से अधिक भीड़ दिखाने के लिए हरियाणवी कलाकार बुलाए गए थे, जहां पर बच्चों के सामने अश्लील डांस किया गया. जिसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं और कह रहे हैं कि जब शिक्षा के मंदिर में ही अश्लीलता परोसी जाए तो बच्चों का भविष्य किस ओर जाएगा, यह कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. 


सबसे बड़ी बात इस कार्यक्रम में ब्लॉक शिक्षा के अधिकारियों को बुलाया गया था. मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों से जब इस मामले में पूछा गया उन्होंने कहा कि हम तो विधायक के साथ चले गए थे उसके बाद क्या हुआ हमे भी हमें नहीं पता है, लेकिन मामले को दिखाते हैं अगर इस तरह वार्षिक उत्सव में अश्लील डांस करवाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन वीडियो वायरल के बाद स्कूल प्रिंसिपल छुट्टी पर चले गए और ना ही उन्होंने फोन उठाया. 


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अब सबसे बड़ा सवाल उठ कर सामने आ रहा है कि अगर शिक्षा के मंदिरों में इस तरह की और अश्लील डांस होगा तो बच्चों को भविष्य पर क्या फर्क पड़ेगा. लेकिन सामाजिक कार्यक्रम अब इस तरह के फूहड़ डांस होने के बाद छोटे-छोटे बच्चे बच्चियों पर जो प्रभाव पड़ता है, उसका खामियाजा समाज को भुगतना पड़ता है. आयोजकों के द्वारा इस तरह का अश्लील डांस नहीं करवाने चाहिए, जिससे बच्चों का भविष्य और समाज में अच्छा संदेश जाए.


Reporter- JUGAL KISHOR GANDHI