मुख्यमंत्री की रेस से `बाबा` के बाहर होने के बाद अब ये 4 बड़े नामों की चर्चा तेज, आज बड़ी बैठक
Rajasthan Next CM: राजस्थान में भाजपा के 115 कमल खिले हुए एक सप्ताह का वक्त गुजर चुका है, लेकिन मुखिया का नाम तय नहीं हो सका है. बीजेपी हाई कमान ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह समेत तीन नेताओं को राजस्थान का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है जो आज जयपुर पहुंचेंगे और इस उलझी पहेली को सुलझाएंगे. इसके बाद जयपुर में ही विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान होगा लेकिन तब तक सवाल सबसे बड़ा यही है कि आखिर राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा?
rajasthan CM
दरअसल माना जा रहा है कि 16 दिसंबर से पहले ही राजस्थान को नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा. क्योंकि 16 दिसंबर से मलमास चढ़ने वाला है, लिहाजा ऐसे में आगामी दो दिन बेहद महत्वपूर्ण हो चले हैं. इसी बीच मुख्यमंत्री की रेस से बाबा बालक नाथ बाहर हो गए हैं. बाबा बालक नाथ ने खुद ट्वीट करते हुए अपने आप को इस रेस से दूर बताया है, वहीं सियासी गलियारों में कई अन्य नाम तेजी से तैर रहे हैं, चलिए जानते हैं कौनसे है वो नाम.
वसुंधरा राजे
राजस्थान की दो बार मुखिया रही वसुंधरा राजे एक बार फिर मुख्यमंत्री के रेस में सबसे आगे हैं, वसुंधरा राजे पांच बार सांसद और लगातार पांच बार ही विधायक रह चुकी है, अब छठी बार फिर वसुंधरा राजे विधायक चुनी गई हैं, लिहाजा ऐसे में वसुंधरा राजे की पकड़ राजस्थान में बेहद मजबूत है, ऐसे में सियासी पंडितों का कहना है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा हाई कमान किसी तरह का कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है, क्योंकि अगर वसुंधरा राजे नाराज होती हैं तो नुकसान होना तय है.
ओम माथुर
राजस्थान से ही आने वाले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर का नाम भी मुख्यमंत्री की रेस में चल रहा है. ओम माथुर साल 2008 से 2009 के बीच प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं और अलग-अलग वक्त में प्रभारी के तौर पर पार्टी को कई राज्यों में जीत भी दिल चुके हैं, हालांकि ओम माथुर को संगठन का व्यक्ति माना जाता है और वह खुद को किसी भी तरह की गुटबाजी से हमेशा दूर रखते हैं. सि.ासी विश्लेषकों का कहना है कि ओम माथुर एक ऐसा नाम है जिनके नाम पर आम सहमति बन सकती है.
अर्जुन राम मेघवाल
बीकानेर से सांसद और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का नाम भी लगातार इस फेहरिस्त में चल रहा है. अर्जुन राम मेघवाल एक दलित परिवार से आते हैं और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक आईएएस अधिकारी के रूप में की थी, लेकिन बाद में उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर सियासत में कदम रखा और दो बार बीकानेर से ही सांसद चुने गए. मेघवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेहद विश्वस भी माना जाता है
गजेंद्र सिंह शेखावत
गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम भी मुख्यमंत्री के रेस में प्रमुखता से चल रहा है. गजेंद्र सिंह शेखावत जोधपुर से सांसद और केंद्र में जल शक्ति मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे हैं. गजेंद्र सिंह शेखावत और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अदावत किसी से छिपी नहीं है, गजेंद्र सिंह ने ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को पिछले लोकसभा चुनाव में शिकस्त दी थी.
अश्विनी वैष्णव
राजस्थान के पाली से संबंध रखने वाले केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है, हालांकि अश्विनी वैष्णव उड़ीसा के कोटे से मंत्री हैं और वहीं से राज्यसभा सदस्य भी हैं. अश्विनी वैष्णव ने भी अपने करियर की शुरुआत एक आईएएस के रूप में की थी, हालांकि साल 2010 में उन्होंने वीआरएस ले लिया और सियासत में कदम रखा. सियासी पंडितों का कहना है कि ब्राह्मण समाज से आने वाले अश्विनी वैष्णव के नाम पर भी पार्टी हाई कमान विचार कर रहा है.