Rajasthan Chunaav 2023: राजस्थान में चुनावी शोरगुल थम चुके हैं लेकिन इससे पहले सियासी दलों ने जमकर अपने सियासी पैंतरे भी चले. इस चुनाव में जनता के मुद्दों से ज्यादा चर्चा सियासी एजेंडों पर रही. जहां कांग्रेस अशोक गहलोत सरकार के नाम पर ही पूरे चुनाव में वोट मांगती नजर आई तो वहीं भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना और हिंदुत्व के एजेंडें पर जनता से वोट देने की अपील करती रही.


कांग्रेस के लिए गहलोत की योजना ही X फैक्टर


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विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले ही कांग्रेस ने पूरी भूमिका गहलोत सरकार की योजनाओं के इर्द-गिर्द बनना शुरू कर दी थी और चुनाव के ऐलान के साथ ही कांग्रेस ने 7 गारंटी जनता के सामने रख दी. चुनावी सभाओं में सबसे ज्यादा चर्चाएं चिरंजीव स्वास्थ्य बीमा योजना और सरकारी कर्मचारियों के लिए OPS की रही. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अपना आखिरी दांव इसे ही लेकर चला. जिसमें उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती है OPS की गारंटी, भाजपा कहती है कमेटी. यही फर्क है भाजपा कांग्रेस में.


 



भाजपा का X फैक्टर पीएम मोदी


भाजपा के पास सबसे बड़ा X फैक्टर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और इसे भुनाने के लिए भाजपा ने हर संभव कोशिश भी की. साथ ही भाजपा ने योगी आदित्यनाथ और हेमंत बिस्वा शर्मा जैसे फायर ब्रांड नेताओं से भी जमकर प्रचार करवाया. इसके जरिए भाजपा ने सनातन कार्ड भी खेला, साथ ही बार-बार सभाओं में कन्हैया लाल हत्याकांड का भी जिक्र किया गया. यहां तक की सवाई माधोपुर से भाजपा उम्मीदवार किरोड़ी लाल मीणा ने चुनाव थमते ही कन्हैया लाल हत्याकांड की तस्वीर भी पोस्ट कर दी और उसे इंसाफ दिलाने के लिए जनता से अपील भी की.


 



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