घाटोल में 11 केवी लाइन का इंसुलेटर पंक्चर, सपोर्ट केबल से जमीन में उतरा करंट, पांच मवेशियों की हुई मौत
जिले में अजमेर डिस्कॉम के बस्सी आड़ा फीडर की 11KV सप्लाई की तकनीकी खामी 5 मवेशियों की मौत का कारण बन गई.
Ghatol: बांसवाड़ा जिले में विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते 5 मवेशियों की मौत हो गई. मवेशियों की मौत के बाद ग्रामीणों ने विरोध किया. वहीं, डिस्कॉम के अधिकारी मौके पर पहुंचे वह घटना की जानकारी ली और उचित मुआवजा देने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया.
जिले में अजमेर डिस्कॉम के बस्सी आड़ा फीडर की 11KV सप्लाई की तकनीकी खामी 5 मवेशियों की मौत का कारण बन गई. सुबह वेलूपाड़ा गांव होकर गुजरती सप्लाई का इंसुलेटर पंक्चर हो गया. इससे करंट पोल के सपोर्ट तार में उतर गया. इसके बाद बरसात से गीली हुई जमीन पर खड़े 2 बैल और 3 गाय करंट की चपेट में आ गई.
सभी जानवरों की मौके पर मौत हो गई. हादसे के बाद से पशुपालक सदमे में हैं. उसके परिवार के पालन पोषण के लिए मवेशी ही सहारा थे. मामला अजमेर डिस्कॉम के घाटोल उपखंड का है. डिस्कॉम के घाटोल AEN उमेश खड़िया ने बताया कि वेलूपाड़ा स्कूल के समीप से बस्सी आड़ा 11KV फीडर की सप्लाई गुजर रही है. बरसात की बूंदों से कई बार इंसुलेटर (पोल पर तार बिना अर्थिंग के सीधे गुजारने के लिए चीनी मिट्टी से बना उपकरण) पंक्चर हो गया.
यह भी पढ़ें- उदयपुर मर्डर: आरोपी ने हत्या के बाद जारी किया वीडियो
इससे तार पोल के संपर्क में आ गया. यहां पोल को सपोर्ट देने वाले तार में करंट उतर गया. इससे वहां गीली जमीन में करंट फैल गया. इसके बाद कुछ ही सेकंड में मवेशियों की मौत हो गई.
ये मवेशी वेलूपाड़ा निवासी रमेश चरपोटा के हैं. घटना के बाद से परिवार सदमे है. सूचना के बाद JEN शशिकांत चरपोटा मौके पर पहुंचे और सप्लाई बंद कराई.
जानकारी के मुताबिक, लाइन से करंट आने से ठीक पहले पशुपालक परिवार मवेशियों को वहीं पर नंगे पैर चारा देकर मकान में चला गया था. अगर, करंट उस समय होता तो पशुपालक परिवार भी मुसीबत में सकती थी. डिस्कॉम की ओर से प्रति मवेशी 10 हजार रुपये मुआवजा दिलाने की बात की जा रही है, जबकि बाजार में एक मवेशी न्यूनतम 15 हजार की मिलता है.
Reporter- Ajay Ojha
अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.