Rajasthan News: बारां शहर के फल सब्जी मंडी स्थित कवर्ड शेड में संचालित समर्थन मूल्य खरीद केंद्र पर बुधवार को जमकर हंगामा हुआ. यहां मंडी व्यापार संघ अध्यक्ष मनीष लश्करी समेत बड़ी संख्या में किसानों ने सैंपल पास करने के नाम पर किसानों से अवैध वसूली करने के आरोप लगाए. साथ ही सैंपल के नाम पर बड़ी मात्रा में किसानों की जिंस की लूट करने तथा संवेदक की ओर से खरीद केंद्र पर तौली गई अच्छी क्वालिटी की सरसों को निजी गोदामों में पहुंचाकर हेरफेर करने का भी आरोप लगाया है. मामले की शिकायत विभाग के अधिकारियों से करते हुए किसानों ने कार्रवाई की मांग की.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सैंपल पास करने के नाम पर हो रही अवैध वसूली
राजफेड की ओर से समर्थन मूल्य पर सरसों व चना की खरीद के लिए शहर के फल सब्जी मंडी में खरीद केंद्र स्थापित कर रखा है, जहां रजिस्ट्रेशन धारक किसानों की जिंस की तुलाई की जा रही है. लोगों ने किसानों से जिंस तुलाई में अनियमितता का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. इस दौरान मंडी क वर्ग व्यापार संघ अध्यक्ष मनीष लश्करी कुछ भाजपा कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में किसान खरीद केंद्र पर पहुंचे, जहां उन्होंने संवेदक पर खरीद शुदा माल में हेरफेर करने तथा किसानों से सैंपल पास करने के नाम पर अवैध वसूली करने के आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. इस दौरान वहां मौजूद संवेदकों से बहस भी हुई. 


अधिकारियों ने जताई नाराजगी, दिए निर्देश 
मंडी अध्यक्ष व किसानों ने मामले की शिकायत सहकारिता विभाग के अधिकारियों को भी की. सैंपल में ली गई सरसों की जिंस से भरी एक बोरी अधिकारियों को दिखाते हुए नाराजगी भी जताई. वहीं खरीद केंद्र पर अब तक जिंस ना पास किए किसानों की सूची तक नहीं मिलने पर अधिकारियों ने भी नाराजगी जताते हुए रजिस्टर में हर किसान की कारण सहित एंट्री करने के निर्देश दिए.


हल्की क्वालिटी की जिंस भेजकर कि जा रही हेराफेरी
मंडी व्यापार संघ अध्यक्ष लश्करी का कहना था कि किसानों का कहना है कि मैसेज मिलने के बाद जब किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से माल लेकर पहुंचते हैं, तो खरीद केंद्र पर मौजूद कुछ लोग अच्छी क्वालिटी की सरसों के भी नमूने की जांच में नमी की मात्रा अधिक बताते हुए सैंपल फेल कर देते है. वहीं सैंपल पास करने के नाम पर किसानों से एक से दो हजार रुपए तक वसूल रहे है. ठेकेदार की ओर से खरीद केंद्र पर खरीदी गई अच्छी क्वालिटी की सरसों को हेरफेर कर स्वयं के गोदामों में पहुंचाया जा रहा है तथा इसके स्थान पर सरकार की संस्था को हल्की क्वालिटी की जिंस भेजकर हेराफेरी की जा रही है. 


ये भी पढ़ें- स्कूल बस के नीचे आने से छात्र की मौत, 3 दिन बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई...