Chauhtan: बाड़मेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के गढेरों मेघवालों की बस्ती, सरूपे का तला प्राइमरी स्कूल में फूड पॉइजनिंग का मामला सामने आया है, जहां पर बासी मिठाई खिलाने से दर्जनों बच्चे बीमार हो गए. उसके बाद स्कूल में कार्यरत अध्यापकों के हाथ पांव फूल गए और आनन-फानन में स्कूल में ही डॉक्टरों की टीम बुलाकर बच्चों का इलाज करवाया गया है. एक बच्ची की हालात गंभीर है, जिसका इलाज चल रहा है. एक दिन पहले गांव के ही व्यक्ति ने बासी मिठाई खिलाई थी. वहीं, चौहटन के उपखंड अधिकारी ने स्कूल का निरीक्षण कर जांच शुरू कर दी है.


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दरअसल, प्राइमेरी स्कूल गढेरों मेघवालों की बस्ती, सरूपे का तला में 130 छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन है. रोजना करीब 100-110 स्टूडेंट स्कूल आ रहे है. ऐसा बताया जा रहा है कि एक दिन पहले स्कूल में गांव के एक व्यक्ति ने मिठाई लाकर खिलाई, इसके बाद चार-पांच बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी तब दर्जनों के बीच बंटी मिठाईयों को खाने से रोक दिया. एक-दो बच्चों को उल्टी और कुछ बच्चों को पेट दर्द होने लगा है. स्कूल के टीचरों ने आयुर्वेदिक डॉक्टर की टीम को बुलाकर स्कूल में फर्श पर इलाज शुरू करवा दिया.


आपको बता दें कि किस तरीके से फूड पोइजनिंग से बीमार हुए मासूम बच्चों को फर्श पर लेटा कर उनको ड्रिप लगाई जा रही है, यह पूरी घटना कल बुधवार की बताई जा रही है. घटना के बाद स्कूल स्टाफ ने इस पर पर्दा डाल दिया, लेकिन इलाज के दौरान ग्रामीणों ने वीडियो बना लिया था जो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आज पूरा मामला सामने आया है.


Reporter: Bhupesh Acharya