Bharatpur News:प्रदेश की भजनलाल सरकार सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाओं के सुधार के लिए लगातार पीएचसी से लेकर सीएचसी व जिला अस्पतालों का निरीक्षण करायकर वहां की व्यवस्थाओं को रियलिटी चैक करा रही है.


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इसी कड़ी में आज संभागीय आयुक्त भरतपुर सांवरमल वर्मा ने शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ,सेवर का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. तो अव्यवस्थाओं की पोल खुलकर सामने आ गई. आलम यह रहा कि 19 चिकित्सा कार्मिकों में से 8 कार्मिक अनुपस्थित पाये गए. 


यहां तक कि चिकित्सा प्रभारी भी समय से चिकित्सालय में उपस्थित नहीं पाये गये .जिस पर डीसी ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. असित श्रीवास्तव को ही फोन कर सीएचसी, सेवर पर बुलाया और सीएचसी, सेवर के प्रभारी को निरीक्षण में मिली अव्यवस्थाओ के लिए जिम्मेदार मानते हुए चार्जशीट थमाई .



डीसी के निरीक्षण के दौरान वार्ड में बैडों के सुव्यवस्थित तरीके से नहीं पाये जाने, खिडकियों में पर्दे न होने तथा शौचालय में गंदगी होने के साथ ही वाशवेसन भी सही नहीं पाया गया. जिनको सही कराने और साबुन आदि की व्यवस्था के निर्देश प्रदान किये.


उन्होंने प्रसव कक्ष का भी अवलोकन किया और चिकित्सा कर्मियों से चिकित्सालय में होने वाले प्रसवों के बारे में जानकारी प्राप्त की. उन्होंने पर्ची काउन्टर पर जाकर रोगियों से जानकारी प्राप्त की तो पाया कि रोगियों की पर्चियों का इन्द्राज ऑनलाईन नहीं किया जा रहा है. अपितु ऑॅफलाईन ही पर्ची काटी जा रही थी. जिस पर नाराजगी व्यक्त की.



संभागीय आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान उपचार हेतु आने वाले रोगियों से जानकारी प्राप्त की तो रोगियों ने बताया कि अधिकांश सीएचसी में चिकित्सक समय से नहीं आते हैं. जिससे रोगियों को उपचार कराने में परेशानी का सामना करना पडता है. रोगियों ने यह भी शिकायत की कि निशुल्क दवा के साथ ही चिकित्सक बाहर से दवाई लेने के लिये भी पर्ची पर दवा लिखते हैं.


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