Dholpur : राजस्थान के धौलपुर जिले (Dholpur News) में चंबल और पार्वती नदी के रौद्र रूप के बाद जिले के सरमथुरा, बाड़ी, धौलपुर और राजाखेड़ा उपखंड इलाके के करीब 6 दर्जन से अधिक गांव-ढाणी बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. ग्रामीणों के घरों में पानी घुसने से खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण लकड़ी की नाव और पानी में से निकलने को मजबूर हो रहे हैं. जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम (SDRF) भी फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. 


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चंबल नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन गांवों में भरे पानी की निकासी में कई दिन लग सकते हैं. चम्बल नदी खतरे के निशान 130.79 मीटर से ऊपर 144 मीटर पर बह रही है. बुधवार को चम्बल का जल स्तर 144.70 मीटर था. वहीं, पार्वती नदी में पानी कम होने से बाड़ी-सैपऊ मार्ग और पार्वती नदी की खुर्दिया रपट क्षतिग्रस्त हो जाने से आवागमन सुचारु नहीं हो सका है.


बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों (Flood in Rajasthan) का आज गुरूवार को जायजा लेने पहुंचे जिला प्रभारी मंत्री भजन लाल जाटव ने राजाखेड़ा क्षेत्र के अंडवा पुरैनी और चम्बल घाट के गांवों निरीक्षण कर जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए. राज्य मंत्री जाटव ने ग्रामीणों को बताया कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले लोगों के लिए सरकार द्वारा मुआवजा दिलाने का प्रयास करेंगे. राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा एवं जिला कलेक्टर आरके जायसवाल ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र अंधियारी, बसई घियाराम सहित अन्य गांवों का दौरा किया. विधायक बोहरा ने इस मौके पर बाढ़ जैसे हालातों से राहत प्रदान कराने के लिए विधायक कोटे से ऊंचे स्थान पर आदर्श कॉलोनी के बनाई जायेगी, जिससे बारिश के मौसम लोगों को सुविधाएं मिल सकेगी.


रिपोर्ट : भानु शर्मा


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