जिले में कई जगह 3 दिन से बिजली आपूर्ति (Power supply) ठप पड़ी है. बाढ़ में फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ की तीन और एनडीआरएफ की एक टीम बारां पहुंची है.
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Baran: जिले में पिछले 6 दिन से चल रही बरसात से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. जिले में सभी डेढ़ दर्जन बांध खतरे के निशान से ऊपर चल रहे हैं. जिले में सड़कें दरिया और खेत तालाब बन गए हैं. नदी-नाले समुद्र नजर आ रहे हैं.
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जिले में कई जगह 3 दिन से बिजली आपूर्ति (Power supply) ठप पड़ी है. बाढ़ में फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ की तीन और एनडीआरएफ की एक टीम बारां पहुंची है.
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गांव में पानी भरने पर लोगों को रानीबड़ौद ग्राम पंचायत में रखा गया है. वहीं, अंता क्षेत्र में की एक प्रसूता के गांव की बाढ़ में फंसे होने पर रेस्क्यू कर स्ट्रेचर पर चिकित्सालय पहुंचा है. वहीं, समरानियां और बारां शहर के अंदर पानी भरा हुआ है. समरानियां में मकानों के साथ गाड़ी भी पानी में तैर रही है. वहीं, रातई और ल्हासी डेम पर चादर खतरे के निशान से उपर चल रही है. ऐसे में लोगों का जिले भर में करोड़ों का नुकसान हो गया है.
मूसलाधार बारिश से बिगड़ गए हालात
जिले कलेक्टर राजेन्द्र विजय (Rajendra Vijay) भी लगातार क्षेत्रों का दौरा कर अधिकारियों को निर्देश और लोगों को राहत पहुंचनें का प्रयास कर रहे हैं. बारां जिलेभर में लगातार 6 दिन मूसलाधार बारिश से हालात बिगड़ गए हैं. नदी-नालों के उफान पर होने से 100 से ज्यादा गांवों और कस्बों का संपर्क टूट गया है. हालातों को देखते हुए एसडीआरएफ की तीन और एनडीआरएफ की एक टीम बारां पहुंच गई है.
9 लोगों का किया गया रेस्क्यू
कलेक्टर राजेंद्र विजय ने बाढ़ प्रभावित शाहाबाद-किशनगंज में पहुंचकर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. लगातार बारिश जारी होने से लोगों की चिंता बढ़ी हुई है. बरनी नदी के उफान पर होने से मालोटी और हरिपुरा में नौ लोग फंसे लोगों को रेस्क्यू किया गया हैं. बारां शहर के प्रताप चौक, धर्मादा चैराहा अस्पताल रोड, स्टेशन रोड सहित कई इलाकों में 3 से लेकर 5 फीट तक पानी बहने से दुकानों और मकानों में नुकसान हुआ है.
बंद हो चुकी मोबाइल सेवा
शाहाबाद क्षेत्र में बारिश से सड़कों से नदी-नालों की तरह पानी बह रहा है. नदी-नालों के उफान पर होने से समरानियां, शाहाबाद, सीसवाली, मांगरोल, बोहत, रामगढ़, जलवाड़ा, नाहरगढ़ सहित 100 से ज्यादा गांवों और कस्बों का संपर्क मुख्यालय से कटा हुआ है. अधिकांश जगह तीन दिन से बिजली बंद है. कई जगह मोबाइल सेवा बंद हो चुकी है. ऐसे में लोगों को खाने-पीने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है.
प्रसूता का किया गया रेस्क्यू
कलेक्टर विजय ने बताया कि विभिन्न स्थानों से करीब 500 लोगों को स्कूल, सामुदायिक भवनों में ठहराया है. एसडीआरएफ की तीन टीम राहत और बचाव कार्य में लगी हैं. एक टीम जयपुर से रवाना हो रही है. एनडीआरएफ की टीम बारां पहुंच चुकी है. हरिपुरा और मालोटी में 9 जनों के फंसे होने की सूचना पर रेस्क्यू का किया गया. वहीं, एक प्रसूता को रेस्क्यू कर चिकित्सालय तक पहुंचाया है.
Reporter- Ram Mehta