राजस्व मंत्री रामलाल जाट के खिलाफ थानेदार ने लिखी रिपोर्ट तो 24 घंटे में हुआ तबादला
Bhilwara News: राजस्व मंत्री रामलाल जाट के खिलाफ मामला दर्ज, ग्रेनाईट की माइंस हड़पने व सामान चोरी करने का मामला दर्ज, रिपोर्ट दर्ज करते ही दूसरे दिन थानेदार का तबादला
FIR Against Ramlal Jat: राजस्व मंत्री रामलाल जाट सहित 5 लोगों के खिलाफ राजसमंद के एक माइनिंग व्यवसायी ने मामला दर्ज करवाया है. परिवादी ने राजस्व मंत्री व अन्य आरोपियों पर उसकी ग्रेनाइट की माइंस हड़पने, उसके साथ धोखाधड़ी करने और मांइस पर रखा सामान व मशीनरी चाेरी करने का आरोप लगाया है. करेड़ा थाने में यह मामला इस्तगासा के जरीए दर्ज करवाया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि जिस थानेदार ओम प्रकाश ने मामला दर्ज किया. उसके दूसरे दिन ही थाने से उनका तबादला कर दिया गया.
दरअसल, राजसमंद के गडबोर निवासी परमेश्वर पुत्र रामलाल जोशी ने मांडल कोर्ट के जरिए करेड़ा थाने में ज्ञानगढ़ निवासी पूरणलाल पुत्र मन्नु गुर्जर, अंटाली प्रतापपुरा निवासी सुरज जाट, अंटाली निवासी महिपालसिंह, प्रतापपुरा निवासी रामलाल जाट, प्रतापुरा निवासी महावीर प्रसाद पुत्र रामस्वरूप चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.
प्राथी परमेश्वर जोशी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वह माइनिंग व्यवसायी है. करेड़ा के रघुनाथपुरा में वह मैसर्स अरावली ग्रेनि मार्मो प्रा.लि ने नाम से ग्रेनाइट मांइस का काम करता है. इस माइंस में वह डायरेक्टर व शेयर हॉल्डर है. इस कम्पनी का रजिस्ट्रेशन श्याम सुंदर गोयल व चंद्रकांत शुक्ला के नाम से हो रखा है. जिस समय कम्पनी का रजिस्ट्रेशन हुआ था. उस समय प्रार्थी श्याम सुंदर व चंद्रकांत से 10 करोड़ रुपए मांगता था. इसके चलते इन दोनों माइंस के 50 प्रतिशत शेयर प्रार्थी परमेश्वर व उसकी पत्नी भव्या जोशी के नाम पर कर दिए थे. बाकी के 50 प्रतिशत शेयर का सौदा श्याम सुंदर व चंद्रकांत ने रामलाल जाट से कर दिया. रामलाल जाट ने माइंस के शेयर अपने रिश्तेदार मोना चौधरी व सुरेश जाट के नाम पर करवा दिए. इन शेयर के पैसे रामलाल जाट को परिवादी को देने थे. क्योंकि परिवार श्याम सुंदर व चंद्रकांत से 5 करोड़ रुपए और मांगता था. और इन दोनों ने यह रकम बचे हुए शेयर खरीदने वाले रामलाल जाट से प्राप्त करने के लिए कहा था.
रामलाल जाट ने परिवार से शेयर के दस्तावेज ट्रांसफर होते ही 5 करोड़ रुपए देने का वादा किया था. इसके बाद 50 प्रतिशत शेयर मोना व सुरेश जाट के नाम ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद परिवार ने जब 5 करोड़ रुपए मांगे तो रामलाल जाट ने देने से इनकार कर दिया. और 2 करोड़ रुपए की देने की बात कहीं. वह भी इसी माइंस से आने वाली कमाई से ही. इस पर आपत्ति जताई तो रामलाल जाट परिवादी पर भड़क गए और अपने राजस्व मंत्री पद पर होने की बात कहते हुए धमकाया. इसके बाद आरोपियों ने 17 जून 2022 को माइंस पर काम कर रहे लेबर को वहां से डराकर भगा दिया. और 24 जून तक माइंस पर रखी करोड़ों रुपए की मशीनरी व वाहनों को चोरी कर लिया. कोर्ट के आदेश पर करेड़ा थाना पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है.
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