Churu: नगर परिषद में सांसद राहुल कस्वां ने अमृत योजना की प्रगति को लेकर अधिकारियों की बैठक ली. सांसद ने बताया कि जिले के चूरू और सुजानगढ़ शहर शामिल है, जिसकी आज ने रिव्यू मीटिंग ली. सांसद ने कहा कि काफी पैसा इसमें सीवरेज और फ्लड वॉटर कंट्रोल के लिए लग रहा है.


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100 करोड़ रुपये केंद्र सरकार के इसमें लगाए गए हैं. काम काफी लेट चल रहा है, इसको लेकर काफी शिकायतें मिल रही थी. इसमें कर्मचारी और कांट्रेक्टर की गलती कहीं रही होगी और किस तरह से इस व्यवस्था में सुधार किया जाए, अधिकारियों की वजह से कुछ कमियां रहने की वजह से शहर का 35% भाग जिसमें अमृत योजना के तहत कार्य नहीं हुआ.


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जो सीवरेज लाइन से कनेक्टेड नहीं है और सरकार से 100 करोड़ का फंड आया था, उस पैसे को भी रिटर्न करना पड़ा. अधिकारियों की अकर्मण्यता के चलते लैंड का इशू बताते हुए कार्य में गति नहीं होना बताया. इसको लेकर के सांसद ने लैंड परचेज करने की भी हिदायत दी और यह करना भी चाहिए था. किन्हीं कारणों से अगर नहीं हो पाया तो आप अब दोबारा करें और शहर के 5 दिन में ढाई से 3 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, उनकी स्थिति बहुत ही देयनीय है.


शहर कचरे का ढेर बना हुआ है. ओपन में कचरा पड़ा हुआ है, जिला मुख्यालय पर इसके लिए चेयरमैन और अधिकारियों को कहा गया है कि अधिकारियों और कर्मचारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाए ताकि कार्य चरणबद्ध तरीके से हो पाए. जनता को हमें जवाब देना पड़ता है, ऑफिसर की गलती के कारण हम जवाब नहीं दे पा रहे हैं. नगर परिषद के द्वारा जिन-जिन कामों में खामियां रखी गई है, याद रही है उनको चिन्हित किया गया है. आगामी मीटिंग में इसकी रिपोर्ट अधिकारियों से ली जाएगी और चूरू को किस तरह से बेहतरीन बनाया जाए इस को फोकस करके काम किया जाएगा.


नगर परिषद सभापति ने बताया कि आज की मीटिंग में पाई गई कमियों को लेकर के फिर तो ऐसी समस्या नहीं हो. चूरू की जनता से अपील की जाएगी कि कर्मचारी अपना काम करके चले जाते हैं, उसके बाद में हमारी जिम्मेदारी बनती है. इधर-उधर कचरा नहीं फैलाएंगे, हमारी शहर की छवि खराब होती है. स्मार्ट सिटी और क्लीन सिटी सपना है, सपने को साकार करने के लिए सभी के सहयोग की भी आवश्यकता होगी.


Reporter- Gopal Kanwar