Bikaner news: डूंगरगढ़ पूर्व में नव सर्जित उप तहसील सुडसर में शामिल किए जाने के विरोध में लखासर में जन आंदोलन के साथ लगातार दबाव और विरोध के चलते सरकार को झुकना पड़ा और भौगोलिक दृष्टि से बेतुके निर्णय को वापिस लेना पड़ा. इसी के चलते आज धरना स्थल लखासर बस स्टेंड पर आज ग्रामीणों ने अपनी मुख्य मांग लखासर गिरदावर सर्कल को पुनः डूंगरगढ़ में ही शामिल रखने के लिए लखासर सक्रिल के सभी गांवो के ग्रामीणजनों का गुलाल, माला, लड्डू बांटरकर, ढोल नगाडो के साथ मुंह मिठा कर आपस में खुशी जाहिर करी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें- Jaisalmer news: कैबिनेट मंत्री ने लगाई PMO को फटकार, पोकरण के दौरे पर ली मैंराथन बैठक


जन भावना के विपरीत लिए गए निर्णय के विरुद्ध सरकार के खिलाफ किए गए लोकतांत्रिक तरीके से धरना प्रदर्शन के आगे सरकार को झुकना पड़ा. ग्रामीणों की जनभावना के अनुरूप निर्णय वापिस लेना पड़ा अब आधिकारिक निर्णय अपने पक्ष में आने के साथ ग्रामीणों ने धरना स्थल पर एक दूसरे प्रतिनिधियो को शुभकामनाएं दी और आपसी सहयोग की सराहना की.


ये भी पढ़ें- BIKANER NEWS: बीकानेर पुलिस के इस महीने के रिकॉर्ड आए सामने, डाटा जान होजाएंगे हैरान


संयुक्त संघर्ष समिति लखासर से जुड़े युवा नेता मांगीलाल गोदारा पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष डूंगर महाविद्यालय ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने नवीन उप तहसीलों का सृजन किया था. जिसमें से लखासर गिरदावर के गांवों को सुडसर में शामिल कर दिया गया था. ग्रामीण अंचल के लोगों को काफी असुविधा और बेतुके निर्णय के कारण व्याप्त रोष और असंतोष के चलते ग्रामीणों ने एकजुट हो संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले अपने हक की आवाज उठाने के लिए आन्दोलन की रणनीति बनाई. तथा लखासर बस स्टैंड को अपना धरना स्थल बनाया


लगातार 56 दिनों तक धरना प्रदर्शन जारी रहा. जिस के क्रम में पक्ष-विपक्ष के नेताओं जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने एकजुट हो अपने हक की मांग के लिए लगातार सरकार पर प्रदर्शन महापड़ाव ,घेराव ,आंदोलन आदि लोकतांत्रिक तरीकों से दबाव बनाया. इसी के चलते बढ़ते आक्रोश से सरकार को अपना निर्णय वापिस लेना पड़ा.


आज धन्यवाद सभा में क्षैत्र के तमाम जनप्रतिनिधि सरपंच, उप सरपंच वार्ड पंच सहित तमाम ग्रामीणजन शामिल रहे.