Rjasthan Election: राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव है और पूरी तरह से तमाम पार्टियां चुनावी रण में उतर चुकी हैं. वहीं जनता को अपने अपने तरीके से मुद्दों के साथ अब वादे करने का भी सिलसिला शुरू हो चुका है.  जी राजस्थान के खास कार्यक्रम “नेता जी का एग्जिट पोल” के जरिए ये जानिए कि आखिर ग्राउंड जीरो पर जनता क्या सोचती है. जनता के दिल और दिमाग में क्या चल रहा है.


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विधानसभा - नोखा


वोटर - 2,76,000 (2 लाख 76 हजार)


जातीय समीकरण - जाट, विश्नोई, राजपूत, जैन,बनिए, ओबीसी, दलित


विधायक - बिहारीलाल बिश्नोई - ( बीजेपी)



विश्व में मोठ की मंडी से विख्यात नोखा मंडी जिसकी स्थापना 90 से अधिक सालों पहले बीकानेर के महाराजा गंगासिंह द्वारा की गई. शहर का आर्टिटेक मैकेंजी नाम के अंग्रेजी आर्टिटेक ने तैयार किया. ऐसे में यहां की बसावट आज के मॉर्डन शहरों की तरह सड़कें चौड़ी व सीधी हर तरह खुलती हैं. नोखा में पिछले नगर पालिका चुनाव में 30 वार्ड हुआ करते थे. जो इस बार 45 किए जा चुके है. उपखंड क्षेत्र में जाट, विश्नोई, राजपूत, जैन,बनिए, ओबीसी, दलित सभी जाती के लोग निवास करते है.


उपखंड क्षेत्र में नोखा के अलावा दो थाने पुलिस थाना जसरासर व पुलिस थाना पांचू विद्यमान है वही बिश्नोई समाज का सबसे बड़ा धाम मुकाम भी नोखा विधानसभा में आता है. वोटों की बात की जाय तो ग्रामीण क्षेत्र में जाट जाति सर्वाधिक है. वहीं अनुसूचित ( मेघवाल) जाति,विश्नोई जाति भी इसके बाद नंबर आता है. नोखा की राजनीति हमेशा ही अनोखी रही है. जहां नोखा में वोटर दो हिस्सों में बंटे है शहरी और ग्रामीण.


रामेश्वर डूडी, बिहारी लाल बिश्नोई व कन्हैया लाल झंवर के बीच मुकाबला


जहां तक नोखा सिटी की बात की जाए तो तो पिछले कई चुनावी नतीजों के बाद ही साफ हो गया की यहां वोट पार्टी की बजाय व्यक्ति विशेष को ज्यादा महत्व दिया जाता रहा है. तो वही पिछले 15 सालों में विधानसभा चुनाव में रामेश्वर डूडी, बिहारी लाल बिश्नोई व कन्हैया लाल झंवर के बीच मुकाबला देखा गया है.


राजनीतिक रूप से भी ये बहुत महत्वपूर्ण सीट


राजनीतिक रूप से भी ये बहुत महत्वपूर्ण सीट है. एक तरह जहां कांग्रेस के राजस्थान के सबसे बड़े जाट नेता और एग्रो इंडस्ट्री के चेयरमैन रामेश्वर लाल डूडी नोखा से आते है, तो वहीं नोखा के विकास मंच से दिग्गज नेता कन्हैयालाल झंवर विधायक भी रहे और राजस्थान सरकार में संसदीय सचिव भी रह चुके हैं. फिलहाल नोखा में बीजेपी के विधायक बिहारीलाल बिश्नोई पिछले चुनाव में जीतकर विधायक बने .



पिछला विधानसभा चुनाव कन्हैया लाल झंवर ने बीकानेर पूर्व से लडा जिसके कारण नोखा में भाजपा के बिहारी लाल बिश्नोई रामेश्वरम डूडी को हराने में कामयाब हो गए.
आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर नेता जनता की नब्ज टटोलने में लग गए हैं, हालांकि ये कयास लगाए जा रहे है कि इस बार विधानसभा चुनाव में 3 बड़े दिग्गज नेता एक बार फिर चुनावी मैदान में एक दूसरे के सामने आ सकते है.


नोखा में मूलभूत सुविधाओं जिसमें पानी बिजली के अलावा नोखा को दो भागों में बांटने वाली रेलवे लाइन है. नोखा रेलवे लाइन के उस तरफ और इस तरफ दो भागों में बंटा है. जिसके लिए नवली गेट का फाटक दिन में करीब 50 बार बंद होता है,यहां ओवरब्रिज की आवश्यकता है. नोखा में जिला अस्पताल बनाने हेतु फंड आ चुका है लेकिन अभी तक जमीन के लिए असमंजस की स्थिति बनी हुई है. नेताओं की आपसी खींचतान के चलते नोखा में जिला अस्पताल बनने से अधर झूल में लटकी हुई है ऐसे में कई ऐसी समस्याएँ है जो आने वाले चुनाव में बड़े मुद्दे बनकर सामने आ सकती है .


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